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(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)
नई दिल्ली, 15 अक्टूबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को केन्या के पूर्व प्रधानमंत्री रैला ओडिंगा के निधन पर शोक व्यक्त किया। 80 ​​वर्ष की आयु में, सुबह की सैर के दौरान दिल का दौरा पड़ने से केरल के कूथाट्टुकुलम में उनका निधन हो गया।
ओडिंगा को भारत का प्रिय मित्र बताते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान हुई मुलाकात को याद किया।
ओडिंगा अचानक बेहोश हो गए और उन्हें श्रीधरेयम आयुर्वेदिक नेत्र चिकित्सालय एवं अनुसंधान केंद्र ले जाया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। उनके पार्थिव शरीर को कूथाट्टुकुलम के देवा मठ अस्पताल में रखा गया है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, मेरे प्रिय मित्र और केन्या के पूर्व प्रधानमंत्री, रैला ओडिंगा के निधन से मुझे गहरा दुख हुआ है। वे एक प्रखर राजनेता और भारत के प्रिय मित्र थे। गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान से ही मुझे उन्हें करीब से जानने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था और हमारा जुड़ाव वर्षों तक जारी रहा।
उन्होंने कहा, भारत, हमारी संस्कृति, मूल्यों और प्राचीन ज्ञान के प्रति उनका विशेष लगाव था। यह भारत-केन्या संबंधों को मजबूत करने के उनके प्रयासों में परिलक्षित होता था। वे आयुर्वेद और भारत की पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों की विशेष रूप से प्रशंसा करते थे, क्योंकि उन्होंने अपनी बेटी के स्वास्थ्य पर इनके सकारात्मक प्रभाव को देखा था। मैं इस दुख की घड़ी में उनके परिवार, मित्रों और केन्या के लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।
ओडिंगा छह दिन पहले अपनी बेटी और परिवार के करीबी सदस्यों के साथ कूथाट्टुकुलम पहुंचे थे।
स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि सुबह करीब 6.30 बजे टहलते समय उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया।
केन्याई राजनीति में चार दशकों से भी ज्यादा समय तक एक प्रमुख हस्ती रहे ओडिंगा ने 2008 से 2013 तक देश के प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया।
अपने जोशीले भाषणों और जमीनी स्तर पर जुड़ाव के लिए जाने जाने वाले, वे आधुनिक केन्याई लोकतंत्र को आकार देने में एक प्रमुख व्यक्ति थे।
उन्होंने 2007-08 के चुनाव-पश्चात हिंसा को समाप्त करने वाले सत्ता-साझाकरण समझौते में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और एक ऐसे राष्ट्रीय नेता के रूप में उभरे जिन्होंने संवाद और सुधार की वकालत की।
ओडिंगा लंबे समय तक विपक्षी नेता और ऑरेंज डेमोक्रेटिक मूवमेंट के प्रमुख भी रहे। उन्होंने कई राष्ट्रपति चुनाव लड़े और केन्या के सबसे प्रमुख राजनीतिक हस्तियों में से एक रहे।
नई दिल्ली स्थित केन्याई दूतावास के अधिकारियों को सूचित कर दिया गया है और वे पार्थिव शरीर को स्वदेश वापस लाने के लिए केरल सरकार और अस्पताल अधिकारियों के साथ समन्वय कर रहे हैं।
स्थानीय नेताओं और केन्याई प्रवासी समुदाय के सदस्यों ने उनके निधन पर शोक और शोक व्यक्त किया है।
--आईएएनएस
वीकेयू/डीएससी
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