कैल्शियम सप्लीमेंट्स से बुजुर्ग महिलाओं को डिमेंशिया का खतरा नहीं: द लैंसेट

कैल्शियम सप्लीमेंट्स से बुजुर्ग महिलाओं को डिमेंशिया का खतरा नहीं: द लैंसेट

कैल्शियम सप्लीमेंट्स से बुजुर्ग महिलाओं को डिमेंशिया का खतरा नहीं: द लैंसेट

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IANS
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Calcium supplements may not lead to dementia in older women: The Lancet

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

नई दिल्ली, 7 अक्टूबर (आईएएनएस)। ऑस्ट्रेलियाई शोधकर्ताओं ने एक स्टडी के आधार पर दावा किया है कि बुजुर्ग महिलाओं को कैल्शियम मोनोथेरेपी से डिमेंशिया का लॉन्ग-टर्म रिस्क नहीं होता है।

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कैल्शियम सप्लीमेंट्स कई शारीरिक कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जिनमें बोन हेल्थ में सुधार भी शामिल है।

एडिथ कोवान यूनिवर्सिटी (ईसीयू), कर्टिन यूनिवर्सिटी और वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया यूनिवर्सिटी की एक टीम द्वारा किए गए अध्ययन ने वृद्ध महिलाओं के ब्रेन हेल्थ पर कैल्शियम सप्लीमेंट्स के संभावित नकारात्मक प्रभावों के बारे में पहले की चिंताओं को दूर कर दिया है।

टीम ने पिछले शोध के परिणामों को परखा। जिसमें पांच साल की अवधि में 1,460 वृद्ध महिलाओं को कैल्शियम सप्लीमेंट्स या प्लेसीबो दिया गया था। द लैंसेट रीजनल हेल्थ-वेस्टर्न पैसिफिक में प्रकाशित परिणामों में पाया गया कि सप्लीमेंट ने उनके डिमेंशिया रिस्क को नहीं बढ़ाया।

ईसीयू में डॉक्टरेट की छात्रा नेगर घासेमिफार्ड ने कहा, ऑस्टियोपोरोसिस को रोकने या मैनेज करने के लिए अक्सर कैल्शियम सप्लीमेंट्स की सलाह दी जाती है।

घासेमिफार्ड ने कहा, हमारे अध्ययन के परिणाम वृद्ध महिलाओं में डिमेंशिया के जोखिम के संदर्भ में कैल्शियम सप्लीमेंट्स की सुरक्षा के बारे में मरीजों और चिकित्सकों को आश्वस्त करते हैं।

70 वर्ष से अधिक आयु की लगभग 20 प्रतिशत महिलाएं ऑस्टियोपोरोसिस से प्रभावित होती हैं और फ्रैक्चर से बचाव के लिए उन्हें कैल्शियम सप्लीमेंट लेने की सलाह दी जाती है।

हालांकि ये निष्कर्ष वृद्ध महिलाओं, विशेष रूप से 80 वर्ष की आयु के बाद, कैल्शियम सप्लीमेंट और ऑल कॉज डिमेंशिया रिस्क (हाई बीपी, कोलोस्ट्रोल आदि का जोखिम) संबंधित चिंताओं को कम कर सकते हैं, फिर भी टीम ने कहा कि इस पर अभी और शोध की आवश्यकता है।

ईसीयू के सेंटर फॉर प्रिसिजन हेल्थ के निदेशक प्रोफेसर साइमन लॉज ने कहा, यह अभी अज्ञात है कि क्या यह अन्य जनसांख्यिकीय समूहों, जैसे कि पुरुषों या यहां तक कि महिलाओं, जो जीवन में कम उम्र में सप्लीमेंट लेना शुरू कर देते हैं, पर भी लागू होता है।

लॉज ने वर्तमान निष्कर्षों (विशेष रूप से ब्रेन हेल्थ के संबंध में) पुष्टि करने और जनसंख्या के बीच इन अंतरालों को दूर करने के लिए, विटामिन डी के साथ या बिना, कैल्शियम सप्लीमेंट के क्लीनिकल ट्रायल ​​की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि इनमें प्राथमिक परिणाम माप के रूप में ब्रेन हेल्थ का विशिष्ट और ठोस आकलन शामिल होना चाहिए।

--आईएएनएस

केआर/

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