राहुल के अचानक कैंपस दौरे पर डीयू वीसी ने कहा, प्रक्रिया को दरकिनार करना गलत

राहुल के अचानक कैंपस दौरे पर डीयू वीसी ने कहा, प्रक्रिया को दरकिनार करना गलत

author-image
IANS
New Update
Bypassing procedure sends wrong signal: DU VC on Rahul’s unscheduled visit to campus

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

नई दिल्ली, 3 जून (आईएएनएस)। दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति योगेश सिंह ने मंगलवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के अनिर्धारित परिसर दौरे को प्रोटोकॉल का उल्लंघन बताया और साथ ही इस तरह की प्रथाओं को आगे न बढ़ाने की सलाह दी। क्योंकि, इससे गलत मिसाल कायम होगी।

डीयू कुलपति ने आईएएनएस को दिए साक्षात्कार में कहा कि राहुल गांधी विपक्ष के नेता हैं और प्रमुख राजनीतिक दल के शीर्ष नेता भी हैं। बेहतर होता कि वह विश्वविद्यालय के दौरे की योजना बनाते और प्रशासन को पहले से सूचित करते।

उन्होंने कहा, इससे हमें उनके स्वागत की तैयारियों के लिए समय मिल जाता।

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पिछले महीने डीयूएसयू कार्यालय का दौरा किया था, जिससे हंगामा मच गया था क्योंकि विश्वविद्यालय ने दावा किया था कि उनके अघोषित दौरे से परिसर में अराजकता और अशांति पैदा हुई और कुछ एनएसयूआई सदस्यों ने छात्रों के साथ दुर्व्यवहार भी किया।

डीयू के कुलपति ने राहुल गांधी के अचानक परिसर के दौरे पर आपत्ति जताई और कहा, दिल्ली विश्वविद्यालय में कई उच्च-प्रोफ़ाइल गणमान्य व्यक्ति आते हैं। एक मानक प्रोटोकॉल है जिसका सभी पालन करते हैं। सभी को प्रक्रिया का पालन करना चाहिए, अन्यथा यह गलत संदेश देता है।

उन्होंने कहा कि राहुल पहले भी प्रशासन को सूचित किए बिना परिसर का दौरा कर चुके हैं और उन्होंने कांग्रेस नेता को प्रोटोकॉल का पालन करने की सलाह दी है, ताकि छात्रों की सुविधा से समझौता न हो।

प्रोफेसर योगेश सिंह ने लक्ष्मीबाई कॉलेज के प्रिंसिपल कार्यालय में डूसू अध्यक्ष रौनक खत्री के गलत आचरण की भी निंदा की और कहा कि किसी भी छात्र प्रतिनिधि को इस तरह के व्यवहार से बचना चाहिए।

उन्होंने कहा, रौनक खत्री डूसू अध्यक्ष हैं। यह उनके पद के लिए अनुचित है कि वे कॉलेज प्रिंसिपल से भिड़ें। यह निंदनीय और निंदनीय है।

एक महीने पहले, डूसू अध्यक्ष ने लक्ष्मीबाई कॉलेज की प्रिंसिपल के साथ एक विवाद किया था, जब वे उनके कार्यालय में गए और उनके कार्यालय की दीवारों पर गोबर पोत दिया। घटना का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसके बाद काफी आलोचना हुई थी, लेकिन खत्री ने जोर देकर कहा कि यह प्रिंसिपल द्वारा कॉलेज की कक्षाओं को गर्मी से बचाने के लिए गोबर से पोतने के कदम के विरोध में था।

--आईएएनएस

जीकेटी/

Advertisment

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

      
Advertisment