बिम्सटेक युवा नेताओं का शिखर सम्मेलन समग्र विकास पर केंद्रित, भविष्य की चुनौतियों के लिए युवा तैयार

बिम्सटेक युवा नेताओं का शिखर सम्मेलन समग्र विकास पर केंद्रित, भविष्य की चुनौतियों के लिए युवा तैयार

बिम्सटेक युवा नेताओं का शिखर सम्मेलन समग्र विकास पर केंद्रित, भविष्य की चुनौतियों के लिए युवा तैयार

author-image
IANS
New Update
BIMSTEC Young Leaders' Summit focused on youth-led holistic development, says MEA

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

नई दिल्ली, 15 सितंबर (आईएएनएस)। असम के गुवाहाटी में 9 से 11 सितंबर तक आयोजित बिम्सटेक युवा नेताओं के शिखर सम्मेलन के महत्व पर सोमवार को विदेश मंत्रालय (एमईए) ने प्रकाश डाला।

Advertisment

मंत्रालय ने कहा कि यह शिखर सम्मेलन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा समूह को मजबूत करने के लिए प्रस्तुत 21 सूत्रीय कार्य योजना का हिस्सा था।

शिखर सम्मेलन में बिम्सटेक के सभी सदस्य देशों के 80 से अधिक यंग लीडर्स ने भाग लिया। इसमें राजनीतिक, व्यावसायिक, सामाजिक-सांस्कृतिक समेत समाज के विभिन्न वर्गों का प्रतिनिधित्व करने वाले युवाओं ने शिरकत की।

भारत स्काउट्स एंड गाइड्स के सहयोग से आयोजित इस शिखर सम्मेलन का उद्घाटन असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने किया।

विदेश मंत्रालय के अनुसार, यह तीन दिवसीय सम्मेलन लचीले, समावेशी और विविधता-संवेदनशील नेतृत्व पर केंद्रित था। सम्मेलन के दौरान प्रतिभागियों ने उद्यमिता, डिजाइन थिंकिंग और सांस्कृतिक सहयोग जैसे विषयों पर महत्वपूर्ण सत्रों में भाग लिया।

इन सत्रों का उद्देश्य युवाओं को स्थायी और सामाजिक रूप से जिम्मेदार समाधान खोजने के लिए प्रेरित करना था। सम्मेलन के दौरान हुए सांस्कृतिक आदान-प्रदान ने आपसी समझ और एकता को बढ़ावा दिया।

इन गतिविधियों का परिणाम संचार और सहयोग में बेहतर कौशल, नए सामाजिक व्यावसायिक प्रोटोटाइप और सबसे महत्वपूर्ण, आपसी विश्वास का एक मजबूत नेटवर्क रहा, जो भविष्य में क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देगा।

विदेश मंत्रालय के अनुसार, शिखर सम्मेलन में पूर्वोत्तर भारत के महत्व को भी बताया गया। इसे बंगाल की खाड़ी क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण भूमि सेतु के रूप में देखा गया, जो इस क्षेत्र में सामाजिक-आर्थिक विकास गलियारों को जोड़ता है। यह पहल भारत की पड़ोसी प्रथम और एक्ट ईस्ट नीतियों के अनुरूप है, जिसका लक्ष्य यंग लीडर्स को भविष्य की चुनौतियों का सामना करने और क्षेत्र में विकास और समृद्धि लाने के लिए तैयार करना है।

अप्रैल में थाईलैंड में छठे बिम्सटेक शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने एक व्यापक 21-सूत्रीय कार्य योजना पेश की थी, जिसमें विविध क्षेत्रों में सहयोग के लिए एक महत्वाकांक्षी रोडमैप प्रस्तुत किया गया।

उनके प्रस्तावों ने बिम्सटेक को पुनर्जीवित करने, पड़ोसी पहले और एक्ट ईस्ट नीतियों और भारत के व्यापक हिंद-प्रशांत दृष्टिकोण के साथ तालमेल बैठाने में भारत के नेतृत्व को प्रतिबिंबित किया।

-आईएएनएस

वीसी/एबीएम

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Advertisment