बर्नस्टीन ने पेटीएम की 'आउटपरफॉर्म' रेटिंग बरकरार रखी, दिया 1,100 रुपए का प्राइस टारगेट

बर्नस्टीन ने पेटीएम की 'आउटपरफॉर्म' रेटिंग बरकरार रखी, दिया 1,100 रुपए का प्राइस टारगेट

बर्नस्टीन ने पेटीएम की 'आउटपरफॉर्म' रेटिंग बरकरार रखी, दिया 1,100 रुपए का प्राइस टारगेट

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IANS
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Bernstein projects Rs 1,100 price target for Paytm with clear path to profitability and growth

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

नई दिल्ली, 19 जून (आईएएनएस)। ग्लोबल इन्वेस्टमेंट फर्म बर्नस्टीन ने पेटीएम की प्रवर्तक कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड की आउटपरफॉर्म रेटिंग बरकरार रखी है और शेयर के लिए टारगेट प्राइस 1,100 रुपए तय किया है, जो कि मौजूदा लेवल से 27 प्रतिशत अधिक है।

बर्नस्टीन के अनुसार, पेटीएम ने काफी शानदार मजबूती दिखाई है और 2024 की शुरुआत में नियामक कार्रवाइयों से उबरकर एक बार फिर ब्रेक-ईवन के करीब पहुंच गया है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि इसके व्यवसाय मॉडल की स्थिरता के बारे में कई चिंताओं का अब समाधान हो गया है।

बर्नस्टीन ने एक बेस-केस सिनेरियो की रूपरेखा तैयार की है, जहां पेटीएम का ईपीएस वित्त वर्ष 26ई में 1.5 रुपए से बढ़कर वित्त वर्ष 30ई तक 70 रुपए तक पहुंचने का अनुमान है, जिसे मजबूत आय वृद्धि और सख्त लागत नियंत्रण का समर्थन प्राप्त है।

रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि वित्त वर्ष 25-30 के दौरान आय में 22 प्रतिशत की सीएजीआर से वृद्धि होगी, जबकि कुल लागत केवल 13 प्रतिशत की सीएजीआर से बढ़ने की उम्मीद है, जबकि अप्रत्यक्ष व्यय 10 प्रतिशत के सीएजीआर तक सीमित है। इस वृद्धि का एक प्रमुख चालक अधिक मार्जिन वाला लोन बिजनेस है, जहां मर्चेंट और पर्सनल लोन की वॉल्यूम वित्त वर्ष 24 के स्तर से 3.6 गुना बढ़ने की उम्मीद है।

कंज्यूमर साइड पर प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद बर्नस्टीन का मानना ​​है कि पेटीएम का मर्चेंट साइड यूपीआई शेयर स्थिर बना हुआ है, जो भुगतान आय में मजबूत योगदान दे रहा है।

रिपोर्ट में बताया गया कि भुगतान एग्रीगेटर लाइसेंस की संभावित स्वीकृति, पेटीएम पेमेंट्स बैंक (पीपीबीएल) का रिवाइवल और वॉलेट और बाय नाउ पे लेटर (बीएनपीएल) उत्पादों की संभावित पुनः शुरूआत आगे की वृद्धि के लिए अहम भूमिका निभा सकते हैं।

रिपोर्ट में पेटीएम के मर्चेंट व्यवसाय को भी मजबूत बताया गया है, जिसमें शुल्क देने वाले मर्चेंट की संख्या और ऋण की मात्रा अब पूर्व-नियामक स्तरों से अधिक है। बर्नस्टीन ने कंपनी के निकट-अवधि के लाभप्रदता दृष्टिकोण का श्रेय आक्रामक लागत अनुशासन को दिया।

रिपोर्ट में स्वीकारा गया कि उपभोक्ता खंड अभी भी वॉलेट और बीएनपीएल पेशकशों की वापसी से उबर रहा है और बर्नस्टीन को उम्मीद है कि मासिक लेनदेन करने वाले उपयोगकर्ताओं (एमटीयू) में धीरे-धीरे सुधार के कारण मार्केटिंग राजस्व 15 प्रतिशत सीएजीआर से बढ़ेगा।

अंत में, रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले 12 महीनों में पेटीएम के शेयर में पहले ही 103.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और कंपनी वापसी के लिए अच्छी स्थिति में है।

--आईएएनएस

एबीएस/

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