स्टार किड्स को सफलता की गारंटी है, वास्तविकता से बहुत दूर है : अभिनेता अध्ययन सुमन

स्टार किड्स को सफलता की गारंटी है, वास्तविकता से बहुत दूर है : अभिनेता अध्ययन सुमन

author-image
IANS
New Update
Adhyayan Suman opens up about facing rejections and setbacks despite being a star kid

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

मुंबई, 2 जून (आईएएनएस)। अध्ययन सुमन ने फिल्म उद्योग में अपने संघर्षों के बारे में खुलकर बात की है और खुलासा किया है कि स्टार किड होने के बावजूद अस्वीकृति और असफलताएं उनकी यात्रा का निरंतर हिस्सा थीं।

हाल ही में आईएएनएस के साथ एक साक्षात्कार में, अभिनेता और गायक ने स्वीकार किया कि उनकी वंशावली ने उन्हें बॉलीवुड की कठोर वास्तविकताओं से नहीं बचाया। भाई-भतीजावाद के लंबे समय से चले आ रहे विषय को संबोधित करते हुए अध्ययन सुमन ने बताया कि यह धारणा कि स्टार किड्स को सफलता की गारंटी है, वास्तविकता से बहुत दूर है। अपने सफर में, उन्होंने अस्वीकृति, असफलताओं और ऐसी बातों को सहन किया है जहां उन्हें पूरी तरह से खारिज कर दिया गया था।

अभिनेता ने बताया, हां, मैं एक फिल्मी परिवार से आता हूं, लेकिन सच्चाई यह है कि किसी ने भी मुझे कभी भी थाली में परोसी हुई चीजें नहीं दी हैं। मेरे पिता और मां ने भावनात्मक रूप से मेरा साथ दिया है, लेकिन हर ऑडिशन, हर मीटिंग, हर अवसर के लिए मुझे संघर्ष करना पड़ा है। लोग सोचते हैं कि स्टार किड होना सफलता की गारंटी है, लेकिन यह सच नहीं है। मुझे कई बार अस्वीकृति, असफलताओं का सामना करना पड़ा है और मुझे कई बार खारिज भी किया गया है। जो मायने रखता है वह है लचीलापन, और मैंने कभी भी खुद पर विश्वास करना बंद नहीं किया।

सुमन ने आगे स्वीकार किया कि फिल्म और संगीत उद्योग पारंपरिक रूप से पुरुष प्रधान रहे हैं, खासकर जब प्रतिनिधित्व और समान अवसरों की बात आती है। हालांकि, उनका मानना ​​है कि बदलाव धीरे-धीरे लेकिन लगातार हो रहा है, इसका श्रेय उन फिल्म निर्माताओं को जाता है जो अधिक संतुलित कहानियां बताने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने महिला पात्रों के प्रति प्रगतिशील दृष्टिकोण के लिए संजय लीला भंसाली की विशेष रूप से प्रशंसा की।

उन्‍होंने कहा, यह सच है कि इंडस्ट्री में लैंगिक असंतुलन रहा है, खासकर वेतन और अवसरों के मामले में। लेकिन बदलाव हो रहा है। भंसाली सर जैसे फिल्म निर्माता अग्रणी हैं। वह सिर्फ महिलाओं को मुख्य भूमिका में नहीं लेते, वह उन्हें गहराई, गरिमा और शक्तिशाली भूमिका देते हैं। हमें इस तरह की कहानी कहने की जरूरत है और मुझे इस तरह की कहानियों का हिस्सा बनने पर गर्व है।

अपने आने वाले प्रोजेक्ट के बारे में बात करते हुए अध्ययन ने बताया, इस साल मेरे पास 4 फिल्में और 6 गाने हैं।

अध्ययन सुमन दिग्गज अभिनेता शेखर सुमन और निर्माता अलका सुमन के बेटे हैं। उन्होंने 2008 में “हाल-ए-दिल” से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की। इसके बाद, वह अपनी दूसरी फिल्म “राज- द मिस्ट्री कंटीन्यूज” में नजर आए।

--आईएएनएस

एएसएच/एएस

Advertisment

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

      
Advertisment