मुंबई, 30 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट से पहले अपनी टीम में कोई अतिरिक्त खिलाड़ी नहीं जोड़ा है और नवंबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरू होने वाली पांच टेस्ट मैचों की लंबी सीरीज से पहले तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को आराम देने की भी कोई योजना नहीं है।
खबरों के अनुसार टीम प्रबंधन ने न्यूजीलैंड के खिलाफ वानखेड़े स्टेडियम में होने वाले तीसरे टेस्ट से पहले हर्षित राणा को प्रशिक्षण और गेंदबाजी के लिए बुलाया है, उम्मीद थी कि राणा को टीम में शामिल किया जा सकता है, ठीक उसी तरह जैसे वाशिंगटन सुंदर को पुणे में दूसरे टेस्ट से ठीक पहले बुलाया गया था, क्योंकि दिल्ली का यह मध्यम गति का गेंदबाज ऑस्ट्रेलिया दौरे की टीम में चुने गए गेंदबाजों में से एक है।
लेकिन बुधवार को भारत के सहायक कोच अभिषेक नायर ने स्पष्ट किया कि टीम में कोई अतिरिक्त खिलाड़ी नहीं जोड़ा गया है, साथ ही उन्होंने पुष्टि की कि बुमराह को आराम देने की उनकी कोई योजना नहीं है, भले ही यह एक महत्वहीन टेस्ट हो, क्योंकि न्यूजीलैंड पहले ही तीन मैचों की श्रृंखला में 2-0 की अजेय बढ़त ले चुका है। पिछले कुछ वर्षों में भारतीय तेज गेंदबाजों के कार्यभार को लेकर चिंताएं रही हैं, क्योंकि उनमें से कई एक श्रृंखला के दौरान ही चोटिल हो गए हैं।
बुमराह को चोटों का सामना करना पड़ता रहा है और इसलिए उम्मीद थी कि टीम प्रबंधन ऑस्ट्रेलिया श्रृंखला से पहले उन्हें तरोताजा रखना चाहेगा। लेकिन नायर ने कहा कि टीम प्रबंधन उनके कार्यभार से अवगत है, लेकिन उन्हें लगता है कि गुजरात के इस अनुभवी तेज गेंदबाज ने दो टेस्ट मैचों में बहुत अधिक ओवर नहीं फेंके हैं, जो संयोग से समय से पहले समाप्त हो गए, जिससे उन्हें कुछ अतिरिक्त आराम के दिन मिल गए।
नायर ने बुधवार को वानखेड़े स्टेडियम में मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, मुझे लगता है कि दो टेस्ट मैचों में उन्होंने (बुमराह) लगभग 20, 25 ओवर गेंदबाजी की है। इसलिए उन्होंने बहुत ज्यादा गेंदबाजी नहीं की है। हां, उनके कार्यभार के बारे में हमेशा विचार-विमर्श होता रहेगा। साथ ही, हमने दो मैच खेले हैं, जहां हम 5 दिन क्रिकेट नहीं खेल पाए हैं, तीन, साढ़े तीन दिन से ज्यादा में मैच समाप्त हो गए हैं, इसलिए उन्हें आराम मिल सकता है। लेकिन बूम्स हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं और उनका कार्यभार हमेशा हमारे दिमाग में रहेगा।
टीम प्रबंधन द्वारा बुमराह को आराम न देने का एक और कारण यह है कि वानखेड़े की पिच से हर दिन पहले घंटे में तेज गेंदबाजों को मदद मिलने की उम्मीद है।
नायर ने कहा, मेरा हमेशा से मानना है कि वानखेड़े में हमेशा तेज गेंदबाजों को मौका मिलेगा, खास तौर पर तब जब मुंबई में सर्दी का मौसम अच्छा नहीं होता। लेकिन सुबह के समय थोड़ी नमी होगी, थोड़ी ओस होगी। इसलिए आप उम्मीद करेंगे कि पहले सत्र में थोड़ी स्विंग होगी। मैं अभी पिच के बारे में निश्चित नहीं हूं क्योंकि यह ढकी हुई है, लेकिन अगर पिच सख्त है, तो थोड़ी स्विंग भी होगी। लेकिन वानखेड़े में आप सुबह के समय तेज गेंदबाजों को हमेशा मुस्कुराते हुए देखेंगे। उन्होंने कहा कि भारतीय टीम को एक दशक से भी अधिक समय में घरेलू सीरीज हारने के बाद आत्मचिंतन करने की जरूरत है।
--आईएएनएस
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