हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से तबाही : प्रियंका गांधी ने जताया दुख, कहा- मन बहुत व्यथित है

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से तबाही : प्रियंका गांधी ने जताया दुख, कहा- मन बहुत व्यथित है

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से तबाही : प्रियंका गांधी ने जताया दुख, कहा- मन बहुत व्यथित है

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IANS
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Kalpetta: Priyanka Gandhi attends stone-laying ceremony

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

नई दिल्ली, 4 जुलाई (आईएएनएस)। कांग्रेस महासचिव और सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने हिमाचल प्रदेश में बारिश के कारण बादल फटने और भूस्खलन की घटनाओं पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में लोगों की मृत्यु और कई लोगों के लापता होने का समाचार अत्यंत दुखद है। मैं प्रदेशवासियों के सकुशल होने की कामना करती हूं।

कांग्रेस महासचिव और सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शुक्रवार को लिखा, पिछले दिनों हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश, भूस्खलन और बादल फटने की घटनाओं में बड़ी संख्या में लोगों की मृत्यु और कइयों के लापता होने का समाचार अत्यंत दुखद है। विभिन्न इलाकों में जिस तरह की तबाही की खबरें हैं, उससे मन बहुत व्यथित है। सभी प्रदेशवासियों के सकुशल होने की कामना करती हूं।

प्रियंका गांधी ने कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं से प्रभावित लोगों की मदद की अपील की। उन्होंने कहा, स्थानीय प्रशासन, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें पूरी मुस्तैदी से राहत एवं बचाव कार्यों में जुटी हैं। कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं से अपील है कि प्रभावित लोगों की ज्यादा से ज्यादा मदद करें। इस मुश्किल घड़ी में हम सब हिमाचल प्रदेश के भाई-बहनों के साथ खड़े हैं।

हिमाचल प्रदेश में बादल फटने और भारी बारिश के कारण तबाही मची हुई है। राज्य के अलग-अलग इलाकों में बादल फटने और बारिश के कारण बड़े पैमाने पर भूस्खलन और फ्लैश फ्लड की घटनाएं हुई हैं। अचानक आई बाढ़ के बाद कई लोग लापता हैं।

भारी बारिश और फ्लैश फ्लड से अधिक नुकसान मंडी जिले में हुआ है। बीते मंगलवार को जिले में 16 बार बादल फटने और तीन फ्लैश फ्लड की घटनाएं दर्ज की गईं, जिनमें एक पुल, 24 मकान और एक हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट प्लांट को नुकसान पहुंचा था।

इसके अलावा, मंडी जिले में इस आपदा के कारण 13 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 29 लोग लापता हैं। मंडी प्रशासन ने आपदा से प्रभावित लोगों के लिए कई राहत शिविर भी बनाए हैं, जिनमें 357 लोगों ने आश्रय लिया है।

--आईएएनएस

एफएम/जीकेटी

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