रात में नींद खुलना आम बात है और यह ज्यादातर लोगों के साथ होता है और लोग इसे काफी ज्यादा नॉर्मल मानते हैं. वहीं कई लोगों की नींद पानी पीने के लिए खुलती है, तो कुछ लोगों की नींद वॉशरूम जाने के लिए खुलती है. जब भी पानी पीने के लिए नींद खुलती है तो लोगों को लगता है कि ज्यादा गर्मी की वजह से ऐसा होता है, लेकिन ऐसा कुछ नहीं है. अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा है, तो आपको सावधान होने की जरूरत है क्योंकि यह मेडिकल कंडीशन हो सकती है. आइए आपको इसके पीछे की वजह बताते हैं.
प्यास लगने की वजह
मेडिकल टर्म में इस कंडीशन को पॉलिडिप्सिया (अत्यधिक प्यास) या फिर नॉक्टूरिया (रात में बार-बार पेशाब जाना) कहा जाता है. जिसे नॉर्मल नहीं माना जाता है. डॉक्टरों के मुताबिक, रात में बार-बार प्यास लगना और पानी पीने की जरूरत आमतौर पर डिहाइड्रेशन, डायबिटीज या किडनी से संबंधित दिक्कतों का सिग्नल हो सकती है. अगर यह आदत काफी वक्त तक बनी रहती है तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.
इन बीमारियों का हो सकता है खतरा
डायबिटीज मेलिटस
रात में ज्यादा प्यास लगने की वजह टाइप 2 डायबिटीज हो सकती है. दरअसल, जब ब्लड शुगर लेवल बढ़ता है तो हमारा एक्स्ट्रा ग्लूकोज यूरिन के रास्ते बाहर निकालने की कोशिश करता है. इसकी वजह से बार-बार पेशाब आता है और डिहाइड्रेशन की वजह से बार-बार प्यास लगती है.
डायबिटीज इन्सिपिडस
जब हमारी किडनी शरीर में पानी का बैलेंस बनाने में नाकाम होती है तो इसे डायबिटीज इन्सिपिडस नाम की रेयर बीमारी का लक्षण माना जाता है. इसकी वजह से बार-बार प्यास लगती है और बार-बार पेशाब जाना पड़ता है. यह दिक्कत हार्मोनल डिसबैलेंस खासकर एंटी-डाइयूरेटिक हार्मोन (ADH) की कमी के कारण होती है.
किडनी की दिक्कत
क्रोनिक किडनी डिजीज होने पर शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स का बैलेंस बिगड़ सकता है. इसकी वजह से रात में बार-बार प्यास लगती है. अगर रात में आपकी भी नींद बार-बार प्यास लगने और पेशाब जाने की वजह से टूट रही है तो किडनी की जांच कराने की जरूरत है.
स्लीप एपनिया
स्लीप एपनिया बीमारी में नींद के दौरान सांस रुकने की दिक्कत होती है. इसकी वजह से मुंह सूखने और बार-बार प्यास लगने की दिक्कत हो सकती है. इसका कनेक्शन खर्राटों और रात में बार-बार जागने से भी होता है.
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