World Blood Donor Day 2025: आपने कई जगहों पर अक्सर बार-बार लिखा हुआ देखा होगा कि "रक्तदान महादान". रक्तदान करने से कई मेडिकल स्थितियों में दान किए गए रक्त की मदद से मरीजों की जान बचाई जाती है. हर साल 14 जून को वर्ल्ड ब्लड डोनर डे मनाया जाता है ताकि लोगों को नेक काम करने की सलाह दी जा सके. ऐसे में आइए जानते हैं कि हर साल वर्ल्ड ब्लड डोनर डे क्यों मनाया जाता है और इस साल की खास थीम क्या है...
क्यों मनाया जाता है वर्ल्ड ब्लड डोनर डे?
रक्तदान का चिकित्सा क्षेत्र में कितनी महत्वपूर्ण भूमिका है, इसके बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए मनाया जाता है. यह दिन इसलिए भी खास है क्योंकि इस दिन सभी रक्तदाताओं का स्वागत भी किया जाता है क्योंकि इससे लाखों लोगों की जान बचाने में मदद मिलती है. इस लिए हर साल 14 जून को वर्ल्ड ब्लड डोनर डे के रूप में मनाया जाता है.
वर्ल्ड ब्लड डोनर डे की शुरुआत कैसे हुई?
वर्ल्ड ब्लड डोनर डे की शुरुआत 1940 में एक वैज्ञानिक ने की थी, जब उन्होंने बिना किसी दुष्प्रभाव के दो जानवरों के बीच पहला सफल रक्त ट्रांसफ्यूजन किया था. इस सफल परीक्षण के बाद जीवित मनुष्यों में भी रक्त ट्रांसफ्यूजन की तकनीक का विकास हुआ. इसके बाद साल 2005 में विश्व स्वास्थ्य सभा ने 14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस घोषित किया और तब से इस दिन की शुरुआत हुई.
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वर्ल्ड ब्लड डोनर डे 2025 की थीम
साल 2025 के विश्व रक्तदाता दिवस का थीम है " रक्त दें, आशा दें साथ मिलकर हम जीवन बचाते हैं". यह थीम रक्तदाताओं के जीवन-परिवर्तनकारी प्रभाव पर प्रकाश डालता है और रक्तदाताओं को जीवन बदलने में मदद करने के लिए प्रेरित करता है.
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