हार्ट अटैक के मामले काफी ज्यादा बढ़ रहे है. वो चाहे स्कूल में हो, जिम हो या फिर यात्रा में हो हर जगह लोगों के हार्ट अटैक के मामले काफी ज्यादा बढ़ रहे है. वहीं इन दिनों चारधाम यात्रा पर भी हार्ट अटैक के मामले बढ़ते जा रहे है. हर किसी की चाहत होती है कि वो एक बार तो चारधाम यात्रा पर जरूर जाएं. चारधाम यात्रा जो श्रद्धा और आस्था का सफर है. जिसे हर हिंदू जीवन में एक बार जरूर करना चाहता है. जहां की मान्यता है कि वहां साक्षात भोले बाबा के दर्शन होते है. लेकिन पिछले कुछ टाइम से लोगों को चारधाम यात्रा में हार्ट अटैक आ रहा है. जिसके मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे है. आइए आपको बताते हैं कि ऐसा क्यों हो रहा है और इसके पीछे का रीजन क्या है. इसके साथ ही आपको किन बातों का ध्यान रखने की जरूरत है.
ऑक्सीजन लेवल
चारधाम की यात्रा समुद्र तट से 8,000 से 12,000 फीट तक की ऊंचाई पर होती है, जहां हवा में ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है.
दिल की बीमारी
कई लोग बिना मेडिकल चेकअप के यात्रा शुरू कर देते हैं, जिन्हें पहले से दिल की समस्या होती है.
लंबी चढ़ाई चढ़ना
चारधाम यात्रा में लंबे समय तक चलना, सीढ़ियां चढ़ना और ठंड का सामना करना होता है.
ठंडी और कम ऑक्सीजन
ठंड और ऑक्सीजन कम होने की वजह से ऊंचाई पर ब्लड प्रेशर तेजी से बढ़ सकता है, जिससे दिल पर तनाव होता है.
मेडिकल सुविधा की कमी
पहाड़ी इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाएं सीमित होती हैं और हार्ट अटैक के समय इलाज मिल पाना मुश्किल होता है.
यात्रा से पहले तैयारी है जरूरी
डॉक्टरों की सलाह है कि 40 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को यात्रा से पहले BP और ब्लड टेस्ट जरूर करवा लेना चाहिए.
तनाव को कम करें
यात्रा के दौरान तनाव को कम करने के लिए ध्यान और योग जैसे अभ्यास करें। तनाव दिल के दौरे की संभावना को बढ़ा सकता है.
आराम करें
यात्रा के दौरान पर्याप्त आराम करें। थकान से दिल पर दबाव बढ़ता है और हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती है.
दवाएं लें
यदि आपको कोई दिल की बीमारी है, तो यात्रा के दौरान भी अपनी दवाएं समय पर लें.
सही खान-पान करें
यात्रा के दौरान सही खान-पान करें। जंक फूड और तला-भुना खाना खाने से बचें.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित हैं. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.