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शरीर में दिखने वाले कुछ बदलाव ही हमारी सेहत के बारे में बहुत कुछ बता सकते हैं. हालांकि हम इन संकेतों को नजरअंदाज कर देते हैं. लेकिन सेहत के लिहाज से यह बिल्कुल भी ठीक नहीं है. वहीं अब आप घर बैठे ही कई बीमारियों का पता लगाया जा सकता है. यानी आपकी गर्दन का साइज आपकी सेहत से जुड़े कई राज खोल सकता है. यह एक ऐसा टेस्ट है जो ना सिर्फ आसान है बल्कि भरोसेमंद भी है. अगर आप अस्पताल जाकर घंटो लाइन में लगकर अपनी टेस्टिंग और स्क्रीनिंग से बच जाएं , इसके लिए हमारी गर्दन से शरीर के अंदर छिपी हुई बीमारियों का पता लगाया जा सकता है. गले का साइज दिल की बीमारी, डायबिटीज और स्लीप एपनिया जैसी बीमारियों का संकेत दे सकता है.
गर्दन और कंधे
पुरुषों और महिलाओं की गर्दन का साइज
शोधकर्ताओं का कहना है कि पुरुषों और महिलाओं की गर्दन का साइज अलग होता है. पुरुषों की गर्दन का साइज 38 सेंटीमीटर से ज्यादा नहीं होना चाहिए. वहीं महिलाओं की गर्दन का साइज 34 सेंटीमीटर होना चाहिए. मोटे गर्दन वाले लोगों में मेटाबॉलिक सिंड्रोम होने का खतरा ज्यादा रहता है.
मेजरमेंट टेप
आप घर पर ही मेजरमेंट टेप से अपने गले का साइज नाप सकते हैं. इसके लिए आप मेजरमेंट टेप को गले के चारों ओर लपेट लें. ध्यान रहे मेजरमेंट टेप ना ज्यादा लूज रहे और ना ही ज्यादा टाइट. नाप आपको सेंटीमीटर में लेना है. मोटी गर्दन खराब हेल्थ की निशानी होती है. ऐसे में मोटी गर्दन वाले लोगों को अपनी सेहत का अधिक ध्यान रखने की जरूरत होती है.
नेक सर्कमफरेंस टेस्ट
नेक सर्कमफरेंस टेस्ट बहुत ही भरोसेमंद और आसान होता है. बीएमआई हमें यह नहीं बता सकता है कि फैट कहां इकट्ठा हो रहा है. वहीं कमर का नाप दिन भर में बदल सकता है लेकिन गर्दन का नाप लगभग एक ही रहता है. यह बॉडी के ऊपरी हिस्से के फैट के बारे में बताता है. नेक सर्कमफरेंस टेस्ट से कई बीमारियों के बारे में पता लगाया जा सकता है, लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल भी नहीं है कि हमें किसी भी तरह के टेस्ट या स्क्रीनिंग की जरूरत नहीं है. अगर आपके गर्दन की साइज अधिक निकलती है तो आप तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लें जिससे समय पर आपकी बीमारी का इलाज हो सके.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित हैं. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.