प्रेग्नेंसी का अनुभव हर महिला के लिए खास होता है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जब कोई महिला गर्भवती हो और उसे पता भी ना चले. यह सुनने में बेशक अजीब लग रहा होगा, लेकिन सच्चाई यह है. ऐसे कई केस सामने आए हैं जब महिला को पता नहीं चला कि वो प्रेग्नेंट हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि उसको प्रेग्नेंसी के कोई लक्षण नजर नहीं आए. इसे सीक्रेट प्रेग्नेंसी या क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी भी कहते हैं. यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें महिला के गर्भवती होने के कोई लक्षण नहीं दिखते.
क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी
ज्यादातर महिलाओं में गर्भावस्था के चार से छह महीने के अंदर इस बात का पता चल जाता है कि वो प्रेग्नेंट है. वहीं पीरियड मिस होने पर महिला जांच कराती है और रिपोर्ट पॉजिटिव आ जाती है, जिससे प्रेग्नेंसी कंफर्म हो जाती है. लेकिन क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी यानि ऐसी प्रेग्नेंसी जिसमें महिला को पता ही नहीं चलता कि वो प्रेग्नेंट है, ऐसी परिस्थिति में महिलाओं को एक आम प्रेग्नेंट लेडी वाले लक्षण नहीं दिखते हैं.
क्या है इसके लक्षण
जिन महिलाओं को पीसीओडी या पीसीओएस की बीमारी होती है, उनमें आमतौर पर ऐसे लक्षण नहीं नजर आते. ऐसी महिलाओं को पीरियड्स रेगुलर नहीं होते या फिर दो-तीन महीने देरी से होते हैं. ऐसे में अगर प्रेग्नेंसी हुई और पीरियड मिस हुआ भी तो ये महिलाएं यह सोचकर इग्नोर कर देती हैं, कि यह उनकी आम समस्या है और पता नहीं चल पाता कि वो गर्भवती हैं.
आगे की तरफ नहीं पीछे की तरफ होता है बच्चा
क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी में महिला का पेट भी बाहर नहीं निकलता है, उसे उल्टी जैसी समस्या भी नहीं होती है. इसलिए इसका पता नहीं चल पाता. ऐसे में महिलाओं का पेट इसलिए नहीं निकलता है, क्योंकि कमर और पेट के आसपास की हड्डियां ऐसी होती हैं. इसमें बच्चा पेट में आगे की ओर नहीं बल्कि पीछे की ओर बढ़ता है. हालांकि अभी इस मामले में रिसर्च की जरूरत है, क्योंकि क्रिप्टिक प्रेग्नेंसी क्यों होती है, इसको लेकर बहुत ज्यादा डाटा नहीं मौजूद है.
ये भी पढ़ें- Gall Bladder स्टोन को बिना ऑपरेशन इस तरीके से करें ठीक, बाबा रामदेव ने बताया नुस्खा
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित हैं. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.