अक्सर कई मामले ऐसे सामने आते हैं, जिसमें एक बच्चे का जन्म सातवें या आठवें महीने में हो जाता है. वहीं हाल ही में अमेरिका में मात्र 21 हफ्ते में ही एक बच्चे ने जन्म लिया है, जो कि बिल्कुल भी हेल्दी नहीं है. दरअसल, जब उस बच्चे का जन्म हुआ था तो वो मात्र 283 ग्राम का था. वहीं इन दिनों प्रीमैच्योर डिलीवरी के मामले काफी ज्यादा बढ़ गए हैं. जब भी कोई महिला प्रेग्नेंसी के 37 हफ्ते पहले ही बच्चे को जन्म देती हैं, तो उसे प्रीमैच्योर डिलीवरी कहा जाता है. आइए आपको बताते हैं कि किस वजह से प्रीमैच्योर डिलीवरी होती है और महिला किस तरीके से बचाव कर सकती है.
क्या है इसके कारण
एक्सपर्ट के मुताबिक, कई कारणों से बच्चे का जन्म टाइम से पहले हो सकता है. जैसे प्रेग्नेंसी से पहले और इसके दौरान होने वाली स्वास्थ्य संबंधित सम्स्याएं. इसमें मां की सेहत, बच्चेदानी का मुंह कमजोर होना, टाइम से पहले सर्विक्स या फिर गर्भाश्य का निचला हिस्सा खुल जाना, कई बार गर्भ से जुड़वा या फिर तीन बच्चों का होना, वहीं अगर पहली प्रेग्नेंसी में प्रीमैच्योर डिलीवरी हुई है, तो दूसरी बार भी होना, गर्भाश्य में इंफेक्शन, वेजाइनल इंफेक्शन, यूरिन इंफेक्शन, सेक्सुअल ट्रांसमिटेड इंफेक्शन, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट, किडनी जैसै कारण शामिल है. वहीं कई मामलों में जल्दी पानी निकलना भी इसका एक कारण होता है.
बच्चे को होने वाली दिक्कत
अगर बच्चे का अच्छे से ध्यान रखा जाए तो बच्चा स्वस्थ रहता है. वहीं बड़े होने पर प्रीमैच्योर बेबी की इम्यूनिटी कमजोर हो सकती है. इसके साथ ही उसका आईक्यू लेवल भी कमजोर होता है और उसका सही तरीके से शारीरिक और मानसिक विकास नहीं होता है.
महिलाएं इस तरह करें बचाव
वैसे तो इसे रोकना काफी ज्यादा मुश्किल होता है, लेकिन कुछ तरीकों से आप इसका बचाव कर सकते हैं.
गर्भावस्था में कोई भी दिक्कत आने पर बिना देर करें तुरंत अपने डॉक्टर के पास जाए.
गर्भवती महिलाएं टाइम-टाइम पर अपना चेकअप करवाएं. इसके साथ ही डॉक्टर की ओर से दी गई विटामिन की गोलियों का रोजाना सेवन करें.
इसके लिए सबसे जरूरी है कि महिला अपने खानपान और लाइफस्टाइल का काफी ज्यादा ध्यान रखें.
सबसे जरूरी ये कि प्रेग्नेंसी के टाइम खुद से किसी भी तरह की दवाई ना लें. कई महिला बुखार होने पर बिना डॉक्टर की सलाह के दवाई ले लेती है. जिससे की उन्हें आगे जाकर काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित हैं. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.