पानी ना सिर्फ हमारी प्यास बुझाता है बल्कि यह हमारे शरीर के बाकी फंक्शन में भी काफी अहम रोल निभाता है. पानी को पाचन के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है. ये हमारे डाइजेस्टिव सिस्टम को ठीक रखने में भी काफी मदद करता है. वहीं बहुत से लोग सुबह उठते ही एक गिलास पानी पीते हैं और फिर शौच जाते हैं. आइए आपको बताते हैं कि इसके फायदे और नुकसान.
क्या है पानी पीने के फायदे
कब्ज से राहत
अगर शरीर में पानी की कमी हो, तो आंतें मल से ज्यादा पानी सोख लेती हैं, जिससे मल सख्त हो जाता है और शौच करने में परेशानी होती है. सुबह पानी पीने से आंतें हाइड्रेट रहती हैं, जिससे मल नरम होता है और आसानी से बाहर निकलता है.
आंतों को एक्टिव करता है
गर्म पानी पीने से आंतों में हलचल तेज होती है. ये खासतौर पर उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो कब्ज या इरेगुलर शौच की समस्या से जूझ रहे हैं.
शरीर से टॉक्सिन बाहर निकालता है
रात भर शरीर में टॉक्सिन जमा हो जाते हैं, जिन्हें बाहर निकालने के लिए पानी बहुत जरूरी है. सुबह उठकर पानी पीने से शरीर को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है, जिससे आप हल्का और तरोताजा महसूस करते हैं.
मेटाबॉलिज्म को तेज करता है
पानी पीने से शरीर की मेटाबॉलिज्म रेट बढ़ जाता है. ये डाइजेशन में सुधार करता है और वजन घटाने में भी मदद कर सकता है.
अपच और एसिडिटी से बचाता है
अगर आपको अक्सर पेट फूलने या एसिडिटी की समस्या रहती है, तो शौच से पहले पानी पीना फायदेमंद हो सकता है. ये पेट में एसिड को कंट्रोल में रखता है और डाइजेशन को बेहतर बनाता है.
पानी पीने का सही तरीका
- गुनगुना पानी पिएं
- गुनगुना या हल्का गर्म पानी डाइजेशन में मदद करता है.
- नींबू या शहद मिलाएं
- एक गिलास गुनगुने पानी में नींबू या शहद मिलाने से डिटॉक्सिफिकेशन तेज होता है.
- बहुत ज्यादा पानी न पिएं
- जरूरत से ज्यादा पानी पीने से पेट भारी लग सकता है. एक या दो गिलास पानी पर्याप्त होता है.
- अगर इसे रोजाना की आदत बना ली जाए तो ये आपकी डाइजेशन के काम को रेगुलर कर सकता है.
क्या हो सकती है परेशानी
हालांकि, शौच से पहले पानी पीना ज्यादातर लोगों के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन कुछ लोगों को इससे हल्की परेशानी हो सकती है.
पानी पीने से बार-बार पेशाब जाने की जरूरत पड़ती है.
पानी पीने से शरीर की सफाई तेज होती है, जिससे आपको जल्दी-जल्दी पेशाब आ सकता है.
अगर आप बहुत जल्दी या बहुत ज्यादा पानी पी लेते हैं, तो पेट फूल सकता है. खासतौर पर जिन लोगों को इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) जैसी समस्याएं हैं, उन्हें धीरे-धीरे पानी पीना चाहिए.
अगर आपको लंबे समय से कब्ज की समस्या है, तो सिर्फ पानी पीना काफी नहीं होगा. आपको अपनी डाइट में फाइबर और एक्सरसाइज को भी शामिल करना होगा.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित हैं. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.