पुरुषों के यौन स्वास्थ्य को सही रखने के लिए दो चीजें बहुत जरूरी हैं. जिनका नाम है टेस्टोस्टेरोन हॉर्मोन और स्पर्म काउंट. इन दोनों चीजों में कमी आने से पुरुषों की सेक्सुअल हेल्थ बुरी तरह खराब हो जाती है. अब पुरुषों पर हुई एक स्टडी ने डराने वाला खुलासा किया है कि भारतीय पुरुषों की मर्दानगी आधे से भी ज्यादा कम हो गई है.
इस चीज का पड़ता है असर
वहीं मर्दों को मोबाइल नपुंसक बना रहा है. डॉक्टरों की मानें तो मोबाइल फोन के अधिक इस्तेमाल से मर्दों के स्पर्म क्वॉलिटी और क्वॉन्टीटी दोनों कम हो सकती हैं. इसका सबसे बड़ा कारण है, आपके फोन रखने का तरीका है. दरअसल, ज्यादातर पुरुष जींस की जेब में मोबाइल रखते हैं. ऐसे में मोबाइल से निकलने वाली रेडिएशन उनके स्पर्म काउंट में गिरावट का कारण बन सकती है. इसका असर महिलाओं की भी प्रजनन क्षमता पर पड़ता है, लेकिन पुरुषों में ये समस्या अधिक देखी जाती है
शरीर को बना रहा खोखला
मोबाइल से निकलने वाली रेडिएशन से प्रजनन दर पर संभावित प्रभावों को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं. ये रेडिएशन इंसान को अंदर से खोखला बनाने का काम कर रही हैं. इससे, पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या के साथ गतिशीलता में कमी और महिलाओं में गर्भधारण की संभावना में कमी आ सकती है.
प्रजनन क्षमता पर असर
जो महिलाएं मोबाइल का अधिक इस्तेमाल करती हैं, उन्हें गर्भधारण करने में ज्यादा समय लगता है. दरअसल, मोबाइल फोन रेडिएशन से अंडाशय को नुकसान हो सकता है. हालांकि, ये रेडिएशन महिलाओं में प्रजनन क्षमता को किस स्तर तक कम करता है, इसके बारे में रिसर्च जारी है.
प्रजनन अंगों पर प्रभाव
एक्सपर्ट की मानें तो मोबाइल पुरुषों के वृषण और महिलाओं के अंडाशय पर देखने मिलता है. यह दोनों ही अंग काफी संवेदनशील होते हैं. जहां तक पुरुषों की बात करें,तो इस वजह स्पर्म जेनरेशन कम होने के साथ स्पर्म क्वालिटी पर भी असर पड़ता है. अंडाणुओं की क्वालिटी कमजोर होती है और इसी वजह से निसंतान के मामले बढ़ रहे हैं.
ऐसे करें बचाव
निसंतान जैसी समस्याओं से जूझ रहे दंपत्तियों को मोबाइल से उचित दूरी रखने की सलाह है. इसके अलावा, कोशिश करें कि मोबाइल को अपने जननांगों से दूर रखें. इसके लिए आप स्पीकर या हैंडसेट का का यूज कर सकते हैं.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित हैं. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.