HMPV: कोरोना महामारी के 4 साल बाद एक बार फिर एक घातक महामारी ने लोगों की बेचैन कर दिया है. ह्यूमन मेटान्यूमो वायरस (एचएमपीवी) ने भारत में लोगों के अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है. खबर लिखे जाने तक भारत ( HMPV in INDIA) में इसके 4 केस मिल चुके थे. तीन महीने और आठ महीने के बच्चे में इसके लक्षण मिले हैं. ऐसे में लोगों के मन में कई सवाल हैं. ये HMPV से सबसे ज्यादा किन लोगों के लिए खतरनाक है? कैसे HMPV से बचा जा सकता है? और ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस कैसे लोगों में फैल रहा है? वहीं एम्स के पूर्व निदेशक ने भी इसे लेकर बड़ी बात कही है. आइए जानते हैं इसके बारे में.
क्या है ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस?
कोरोना की तरह HMPV भी लोगों के श्वसन पथ को संक्रमित कर रहा है. वैज्ञानिक तरीके से समझें तो यह न्युमोवायरिडे परिवार के मेटापन्यूमोवायरस क्लास से जुड़ा है. इसकी खोज सबसे पहले 2001 में डच शोधकर्ताओं ने की थी. कोरोना का असर फैफड़ों पर होता था लेकिन यह वायरस उससे भी ज्यादा खतरनाक है. यह फैफडों के साथ-साथ सांस की नली को भी संक्रमित कर रहा है.
कैसे फैल रहा है HMPV?
हेल्थ एक्सपर्ट के अनुसार HMPV खांसने और छींकने से निकलने वाली बूंदों से फैल रहा है. सर्दियों में जुकाम-खांसी के मामले बढ़ जाते हैं ऐसे में ठंड में संक्रमण के फैलने का खतरा ज्यादा होता है. सर्दियों में इसके मामलों में तेजी से बढ़ोतरी होने का डर है. इसके लक्षणों (hmpv symptoms) की बात करें तो संक्रमित होने पर बुखार, खराश, सांस फूलना जैसी परेशानियां हो सकती हैं.
एचएमपीवी से कैसे करें बचाव? (hmpv prevention tips)
वायरस से बचने के लिए आप मास्क पहनना शुरू कर दें. इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. किसी में HMPV के लक्षण दिखने पर बच्चे या फिर कमजोर इम्यूनिटी वाले इंसान को उससे दूर रखें. बच्चों को खाना खिलाने से पहले खुद के और उनके हाथ अच्छे से साफ करवाए.
HMPV से संक्रमित होने का इन्हें है सबसे ज्यादा खतरा
इससे सबसे ज्यादा प्रभावित छोटे बच्चे और बुजुर्ग होते हैं. राहत की बात यह है कि HMPV वायरस 2 से 5 दिन तक ज्यादा प्रभावित करता है और फिर उसके बाद धीरे-धीरे कमजोर पड़ने लगता है
एम्स के पूर्व निदेशक ने दिया बयान
एक तरफ भारत में HMPV के केस मिलने के बाद लोगों में डर का माहौल है वहीं एम्स के पूर्व निदेशक ने इसे लेकर सकारात्मक बयान दिया है. एम्स के पूर्व निदेशक रणदीप गुलेरिया का कहना है कि इससे डरने की जरूरत नहीं है. यह कोरोना जितना खतरनाक नहीं है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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