Sperm Count: इन दिनों लोगों का खानपान काफी ज्यादा खराब हो रहा है. जिसकी वजह से मेल और फीमेल दोनों में ही फर्टिलिटी का गहरा असर पड़ता है. वहीं पुरुषों में बीते दशकों में लो स्पर्म काउंट की समस्या काफी तेजी से बढ़ रही है. मेडिकल टर्म की बात करें तो उसमें इसे 'ओलिगोस्पर्मिया' कहा जाता है. जब पुरुषों में स्पर्म यानी शुक्राणु की मात्रा काफी ज्यादा कम हो जाती है, तो पेनेट्रेशन के दौरान स्पर्म ट्रैवल नहीं कर पाते, जिससे पुरुषों में इनफर्टिलिटी की समस्या बढ़ती है. वहीं पुरुषों के दिमाग में रहता है कि क्या मास्टरबेशन करने से भी स्पर्म काउंट कम होता है. आइए आपको इसके पीछे की सच्चाई बताते हैं.
लाइफस्टाइल से जुड़ी दिक्कतें
पुरुषों में बढ़ती लो स्पर्म काउंट की समस्या के लिए उनकी जीवनशैली से जुड़ी कुछ आदतें भी जिम्मेदार हो सकती हैं. जैसे शरीर को प्रॉपर आराम ना देना यानी पर्याप्त नींद ना लेना, स्मोकिंग करना, ज्यादा मात्रा में शराब पीना, ज्यादा स्ट्रेस लेना या किसी भी तरह की कोई फिजिकल एक्टिविटी ना करना. इसके अलावा बढ़ती उम्र के साथ भी शरीर में कई बदलाव होते हैं, जिनमें स्पर्म की मात्रा में कमी आना भी एक कॉमन समस्या हो सकती है.
हेल्थ इश्यूज
लो स्पर्म काउंट के पीछे कुछ हेल्थ से जुड़े इश्यूज भी जिम्मेदार हो सकते हैं. इसमें पहले नंबर पर आता है मोटापा, जो आज लोगों के लिए बड़ी आफत बन गया है. बता दें इसका असर फर्टिलिटी पर भी पड़ता है. मोटापे की वजह से पुरुषों के प्रजनन अंगों पर असर पड़ता है और उनका स्पर्म काउंट भी काफी कम हो जाता है. ठीक यही ज्यादा अंडर वेट यानी पतले-दुबले आदमियों के साथ भी होता है. इसके अलावा डायबिटीज, हाई बीपी, अंडकोष या प्रोस्टेट कैंसर और कोरोनरी आर्टरी डिजीज की वजह से भी स्पर्म काउंट लो हो सकता है.
ये आदतें
पुरुषों में लो स्पर्म काउंट के पीछे कई और वजहें भी हो सकती हैं. जैसे अगर आप बिना डॉक्टर को दिखाएं खुद ही कोई सी भी दवा खा लेते हैं, तो इसका असर भी फर्टिलिटी पर पड़ सकता है. खासतौर से जो दवाइयां मसल्स बिल्डिंग, शरीर में फैट बढ़ाने जैसे भ्रामक दावों को ले कर बाजार में धड़ल्ले से बिकती हैं, उनका मेल्स की फर्टिलिटी पर काफी बुरा असर पड़ सकता है. इसके अलावा बाहर का जंक फूड, तला भुना, डब्बाबंद, प्रोसेस्ड फूड भी स्पर्म की क्वालिटी और क्वांटिटी दोनों पर इंपैक्ट डाल सकता है.
मास्टरबेशन का असर?
अक्सर पुरुषों के बीच यह कॉमन सवाल रहता है कि क्या मास्टरबेशन यानी हस्तमैथुन का असर स्पर्म काउंट पर पड़ता है. तो हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक मास्टरबेशन और स्पर्म काउंट के बीच कोई संबंध नहीं है. जब भी कोई मेल मास्टरबेशन करता है तो वीर्य रिलीज होता है, जिसमें स्पर्म यानी शुक्राणु के अलावा पानी, फ्रुक्टोज, विटामिन, मिनरल्स, सेल्स और प्रोटीन जैसी चीजें भी मौजूद होती हैं. डॉक्टर्स के मुताबिक वीर्य बॉडी में हमेशा बनता रहता है और उसकी रिकवरी भी होती रहती हैं. हालांकि अगर कोई रेगुलरली मास्टरबेट कर रहा है तो उसे अपनी डाइट का प्रॉपर ध्यान रखने की जरूरत है.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित हैं. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.