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Good News: जल्द मिलेगी चौथी वैक्सीन, Zydus Cadila भी मंजूरी मांगेगी

वैक्सीन को आदर्श रूप से 2 और 8 डिग्री सेल्सियस के बीच संग्रहित किया जाना चाहिए. यह 25 डिग्री सेल्सियस पर कमरे के तापमान की स्थिति में भी स्थिर रहता है.

Updated on: 08 May 2021, 11:20 AM

highlights

  • ज़ाइडस कैडिला इस महीने आवेदन दे सकती है
  • कंपनी ने 12-17 आयु वर्ग के बच्चों को भी टीका परीक्षण किया
  • कंपनी का हर महीने एक करोड़ कोरोना वैक्सीन के उत्पादन का दावा

नई दिल्ली:

बढ़ते कोरोना वायरस (Corona Virus) संक्रमण के खिलाफ भारत को चौथा 'हथियार' मिलने की संभावना प्रबल हो गई है. अहमदाबाद स्थित दवा कंपनी ज़ाइडस कैडिला इस महीने भारत (India) में अपनी कोविड-19 वैक्सीन ZyCoV-D के आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी पाने के लिए आवेदन दे सकती है. कंपनी को भरोसा है कि वैक्सीन को मई में ही मंजूरी मिल जाएगी. कंपनी प्रति महीने एक करोड़ कोरोना वैक्सीन के उत्पादन का दावा कर रही है. अगर मंजूरी मिली तो ZyCoV-D भारत के कोविड-19 टीकाकरण (Vaccination) अभियान में इस्तेमाल होने वाला चौथा टीका होगा. मेड इन इंडिया, कंपनी की योजना वैक्सीन के उत्पादन को प्रति माह 3-4 करोड़ खुराक तक बढ़ाने की है. इसके लिए दो अन्य विनिर्माण कंपनियों के साथ पहले से ही बातचीत कर रही है.

इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी के लिए करेगी आवेदन
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, वैक्सीन को आदर्श रूप से 2 और 8 डिग्री सेल्सियस के बीच संग्रहित किया जाना चाहिए. यह 25 डिग्री सेल्सियस पर कमरे के तापमान की स्थिति में भी स्थिर रहता है. इसका डोज लगाना भी काफी आसान है. डेवलपर्स ने यह जानकारी दी है. उनका कहना है कि इंट्राडेर्मल इंजेक्शन के माध्यम से इसे इंजेक्ट किया जा सकता है. यदि ZyCoV-D के आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दी जाती है तो देश के टीकाकरण अभियान में आ रही कमी को दूर करने में मदद मिलेगी. आपको बता दें कि इससे पहले अप्रैल में कैडिला की दवा Virafin को कोरोना के हल्के मामलों के उपचार के लिए भारत के ड्रग कंट्रोलर जनरल से प्रतिबंधित आपातकालीन उपयोग की मंजूरी मिली है.

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कंपनी ने 12-17 उम्र के बच्चों को भी किया शामिल
इंडिया टुडे टीवी के साथ एक साक्षात्कार में शेरविल पटेल ने कोरोना वैक्सीन ZyCoV-D के सभी पहलुओं पर बात की. उन्होंने कहा हमारी वैक्सीन आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी पाने के काफी करीब है. उन्होंने कहा, 'मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि कोविड के खिलाफ भारत का पहला स्वदेशी तौर पर विकसित डीएनए वैक्सीन, जो कि हमारा ZyCoV-D है, मंजूरी के बहुत करीब पहुंच रहा है.' शरविल पटेल ने कहा, 'हमने नैदानिक ​​परीक्षणों के लिए अपनी सभी भर्ती लगभग पूरी कर ली है. हमारे पास, भारत में एक कोविड टीका परीक्षण के लिए अब तक की सबसे बड़ी संख्या में रोगियों की भर्ती है.' शरविल पटेल ने यह भी कहा कि उनकी कंपनी ने 12-17 आयु वर्ग के बच्चों को भी टीका परीक्षण के लिए शामिल किया है.