World Organ Donation Day 2017: अंगदान से दूसरे को दे जीवनदान, जानें इससे जुड़ी बातें
देश में हर साल करीब पांच लाख लोग अंग न मिलने के कारण अपनी जान गवां बैठते है। भारत में अंग दान की हालत कुछ ठीक नहीं है। 0.08 मिलियन लोग अंग दान करते है।
नई दिल्ली:
हाल ही में एक दोस्त ने अपनी पुराने दोस्त की जान बचाकर दोस्ती की नई मिसाल कायम की। लगभग जिंदगी की जंग हार चुकी 44 साल की पूजा को लिवर की जरूरत थी ऐसे में उनके पुराने दोस्त ने उन्हें अपना जिगर डोनेट कर उन्हें नया जीवन दिया।
इस मामले में भारत में हर कोई पूजा की तरह खुशकिस्मत नहीं होता। भारत में करीब 10,00,00 लोग लिवर ट्रांसप्लांट के इंतजार में है। पिछले साल 1500 से भी कम लिवर ट्रांसप्लांट किये गए थे।
देश में हर साल करीब पांच लाख लोग अंग न मिलने के कारण अपनी जान गवां बैठते है। भारत में अंग दान की हालत कुछ ठीक नहीं है। 0.08 मिलियन लोग अंग दान करते है जो कि विश्वभर की तुलना में सबसे कम है।
करीब 2,00,000 मरीज किडनी ट्रांसप्लांट के इंतजार में है पिछले साल सिर्फ 1,00,00 ट्रांसप्लांट ही हो पाए थे।
आप क्या डोनेट कर सकते है ?
किडनी शरीर का महत्वपूर्ण अंग है। दो स्वस्थ्य किडनियों में से एक किडनी डोनेट करने के बाद आप स्वास्थ्य जीवन बिता सकते है। किडनी शरीर से अनचाहे किडनी का मुख्य काम रक्त को साफ करना और पेशाब के जरिए सारे टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालना होता है।
लिवर
लिवर की शेष लोब में कोशिकाएं बढ़ जाती हैं या जब तक लिवर अपने मूल आकार में नहीं आ जाता।
फेफड़े
एक फेफड़े या फेफड़े का हिस्सा, अग्न्याशय का हिस्सा, या आंतों का हिस्सा ये अंग फिर से नहीं बनते लेकिन वे पूरी तरह कार्यात्मक रहते हैं।
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कौन अंग डोनेट कर सकता है ?
कोई भी शख्स अंगदान कर सकता है। उम्र इसमें कोई अड़चन नहीं है। नवजात बच्चों से लेकर 90 साल के बुजुर्गों तक के अंगदान कामयाब हुए हैं। अगर कोई शख्स 18 साल से कम उम्र का है तो उसे अंगदान के लिए फॉर्म भरने से पहले अपने मां-बाप की इजाजत लेना जरूरी है।
आमतौर पर अंग दान कर रहे डोनर्स को शारीरिक रूप से स्वस्थ्य होना जरूरी है। यह बात जरूर ध्यान राखी जाती है कि डोनर मधुमेह, कैंसर, उच्च रक्तचाप, किडनी रोग या हृदय रोग जैसी रोगों से पीड़ित नहीं होना चाहिए।
मैक्स हेल्थकेयर के चीफ ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ सुभाष गुप्ता का कहना है कि भारत में ट्रांसप्लांट लॉ भावनात्मक कारणों के लिए दान की अनुमति देता है, लेकिन एक नैतिकता बोर्ड दाता और उसके पति या तत्काल परिवार का साक्षात्कार करेगा। अगर परिवार भी सहमति देता है तो बोर्ड इस तरह के दान के लिए अनुमति दे देता है।
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अंगदान करने के बाद क्या होता है?
अंगों को डॉक्टर जल्द ही जरूरतमंद मरीजों को ट्रांसप्लांट कर देते है। अंग ट्रांसप्लांट करने वाले अस्पतालों के पास एक वेटिंग लिस्ट होती है और उसके हिसाब से जिस मरीज का नंबर होता है, उसमें अंग को लगा दिया जाता है।
अंग लगाते वक्त मैचिंग के लिए ब्लड ग्रुप और दूसरे कई टेस्ट किए जाते हैं। अगर सब कुछ ठीक है तो अंग लगा दिया जाता है और अगर मैचिंग नहीं होती तो वेटिंग लिस्ट के अगले मरीज के साथ उसे मैच किया जाता है।
कितने समय तक अंगदान सही?
- लिवर निकालने के 6 घंटे के अंदर ट्रांसप्लांट हो जाना चाहिए।
- किडनी 12 घंटे के अंदर आंखें 3 दिन के अंदर ट्रांसप्लांट कर देनी चाहिए
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