सर्दियों में तमाम तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स का खतरा बढ़ जाता है. न सिर्फ जुकाम और बुखार जैसी आम बीमारियां, बल्कि हाई ब्लड प्रेशर और अर्थराइटिस जैसी गंभीर बीमारियां भी परेशान करने लगती है. ऐसे में इस मौसम में सेहत बनाए रखना एक चुनौती है. हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि इस मौसम में, खुद को हेल्दी रखने के लिए अपनी डाइट और लाइफस्टाइल पर ज्यादा से ज्यादा फोकस करें. इस मौसम में बेहतर खानपान और ठंग से किया गया व्यायाम, कई तरह की बीमारियों से निजात दिला सकता है. मगर सवाल है किन बीमारियों से? यहां हम आपको ऐसी ही दस बीमारियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनसे अगर सावधान नहीं रहे, तो ये बड़ी मुसीबत में तबदील हो सकती है...
ये हैं सर्दियों में होने वाली बीमारियां...
1. दिल की बीमारी (Heart Disease)
सर्दियों में दिल की बीमारी का भी खतरा रहता है. इसमें दिल के अंगों का ब्लड सप्लाई कम हो जाता है, जिससे हृदय संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं.
2. हृदयघात (Heart Attack)
ठंडक में हृदयघात का भी जोखिम भी रहता है. यह दिल के मांसपेशियों की कमी या बंद हो जाने से होता है.
3. इस्केमिक हृदयरोग (Ischemic Heart Disease)
इसके बारे में कम लोग जानते हैं. इस्केमिक हृदयरोग दरअसल दिल के मांसपेशियों में रक्तप्रवाह में कमी के कारण होता है.
4. हार्ट फेलियर (Heart Failure)
हार्ट को रक्त की आपूर्ति करने वाली धमनियां संकीर्ण या अवरुद्ध हो जाती हैं, तो हार्ट फेलियर की स्थिति उत्पन्न होती है.
5. हाइपरटेंशन (Hypertension)
हाइपरटेंशन में ब्लड प्रेशर की रेंज 120-139/80-89 mm तक होती है. ब्लड प्रेशर की ये रेंज हाईपरटेंशन का शुरुआती स्टेज होती है, जिसमे हाई ब्लड प्रेशर और ज्यादा बढ़ने का खतरा रहता है.
6. अर्टेरिओस्क्लेरोसिस (Atherosclerosis)
इसमें धमनियों की दीवारों पर चर्बी जमा हो जाती है, जिससे रक्तप्रवाह में कमी हो सकती है.
7. अणुरक्त इन्फर्क्शन (Arrhythmia)
यह दिल की धड़कन में अनियमितता को दर्शाता है.
8. कोरोनेरी आर्टरी बाइपास ग्राफ़्टिंग (Coronary Artery Bypass Grafting - CABG)
यह बाइपास सर्जरी है जिसमें रक्तप्रवाह को सुधारने के लिए नए मार्ग बनाए जाते हैं.
9. कार्डियमायोपैथी (Cardiomyopathy)
यह दिल के मांसपेशियों की बीमारी है जिससे पम्पिंग क्षमता कम हो सकती है.
10. डायबिटीज (Diabetes)
यह रक्त शर्करा के स्तर की बढ़ती हुई मात्रा से जुड़ा हो सकता है, जिससे दिल को अत्यधिक बूढ़ापे हो सकते हैं. इससे सावधान रहना जरूरी है. हालांकि ध्यान रहे कि ऊपर बताए गए सभी बीमारियां रिसर्च के बाद सामने आई है, मगर फिर भी डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है.
Source : News Nation Bureau