मानसून में जरूरी होते है गुड बैक्टिरिया, इन 5 प्रोबायोटिक्स आहारों को खाने में करे शामिल
मानसून के दौरान बीमारियों से बचने के लिए हमें खास तौर से अपने खाने-पीने का ध्यान रखना चाहिए।
नई दिल्ली:
मानसून के दौरान चाय-पकौड़ों के साथ बैक्टीरिया का भी सीजन होता है। मानसून के दौरान बीमारियों से बचने के लिए हमें खास तौर से अपने खाने-पीने का ध्यान रखना चाहिए। हमारे शरीर में पहुंचे बैड बैक्टीरिया को दूर करने के लिए उसे गुड बैक्टिरिया से रिप्लेस कर देना चाहिए। जिसके लिए हमे ज्यादा से ज्यादा प्रोबायोटिक युक्त आहारों का सेवन करना चाहिए।
प्रीबायोटिक आमतौर पर गैर-पचाने योग्य कार्बोहाइड्रेट होते हैं जिन्हें हमारे आंत सूक्ष्मजीवों द्वारा चयापचय किया जाता है; वे उन खाद्य पदार्थों में पाए जा सकते हैं जो फाइबर में उच्च होते हैं। यह शरीर में लैक्टोज इंटोलरेंस को भी व्यवस्थित करते हैं।
प्रोबायोटिक ऐसे सूक्ष्म जीव होते हैं, जो कई बीमारियों को दूर करते हैं। इनका सेवन करने से पाचन तंत्र और प्रतिरोधी तंत्र मजबूत होता है। इन्हें लेने से यह मानसून में मूत्राशय संक्रमण, त्वचा संबंधी रोग और सर्दी में का निदान होता है।
मानसून के सीजन के दौरान आप इन प्रोबायोटिक्स का सेवन कर सकते है:-
साबुत अनाज
साबुत अनाज पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं, जिनमें प्रोटीन, फाइबर, बी विटामिन, एंटीऑक्सीडेंट, और ट्रेस खनिजों (लौह, जस्ता, तांबा, और मैग्नीशियम) शामिल हैं।
केले
केला जटिल कार्बोहाइड्रेट (अच्छा कार्बोहाइड्रेट) और फाइबर का एक अच्छा स्रोत है। यह न केवल आंत के लिए बेहतर है बल्कि वजन घटाने-अनुकूल भोजन भी है।
दही
दही या योगर्ट सर्वोत्तम उपलब्ध और प्राकृतिक प्रोबियोटिक खाद्य पदार्थों में से एक है। आप एक स्वस्थ आंत वनस्पति को बनाए रखने के लिए हर दिन दोपहर के भोजन के साथ दही का एक कटोरा शामिल कर सकते हैं। आप इसे अकेले रख सकते हैं या एंटीऑक्सीडेंट समृद्ध फलों के साथ भी इसका सेवन किया जा सकता हैं।
इसे भी पढ़ें: पालतू के साथ ऐसे करे ट्रिप की प्लानिंग, नहीं होंगे परेशान!
इडली
यह दक्षिण-भारतीय व्यंजन प्रोबियोटिक का समृद्ध स्रोत भी है। इडली, डोसा और ऐसे अन्य खाद्य पदार्थ चावल और मसूर को किण्वित करके तैयार किए जाते हैं। किण्वन से गुजरने से, इसके खनिजों की जैव उपलब्धता बढ़ जाती है, जिससे शरीर को अधिक पोषण मिल जाता है।
केफिर (दूध उत्पाद)
दही के समान, यह किण्वित डेयरी उत्पाद दूध और किण्वित केफिर अनाज का एक अद्वितीय संयोजन है। इसमें थोड़ा अम्लीय और टार्ट स्वाद होता है और प्रोबियोटिक के 10 से 34 उपभेदों में कहीं भी होता है। केफिर दही के समान है, लेकिन चूंकि इसे खमीर और अधिक बैक्टीरिया के साथ किण्वित किया जाता है, इसलिए अंतिम उत्पाद प्रोबायोटिक्स में अधिक होता है।
इन प्रोबायोटिक्स ये युक्त आहारों को अपने खाने में शामिल कर आप मानसून के मौसम में भी स्वस्थ और मजबूत रह सकते है।
इसे भी पढ़ें: नई दिल्ली का कनॉट प्लेस दुनिया में 9वीं सबसे महंगी जगह
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Akshaya Tritiya 2024: 10 मई को चरम पर होंगे सोने-चांदी के रेट, ये है बड़ी वजह
-
Abrahamic Religion: दुनिया का सबसे नया धर्म अब्राहमी, जानें इसकी विशेषताएं और विवाद
-
Peeli Sarso Ke Totke: पीली सरसों के ये 5 टोटके आपको बनाएंगे मालामाल, आर्थिक तंगी होगी दूर
-
Maa Lakshmi Mantra: ये हैं मां लक्ष्मी के 5 चमत्कारी मंत्र, जपते ही सिद्ध हो जाते हैं सारे कार्य