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बेवजह चुगली करना कौन सी बीमारी होती है, जानें इसका इलाज

बेवजह चुग्ली करना एक व्यक्ति की व्यक्तित्व और मनोबल की समस्या हो सकती है, जिसे "क्रोनिक चिपकन" या "क्रोनिक डाइसिड" कहा जाता है. यह सामाजिक रूप से असहिष्णुता और अभावशीलता का परिणाम हो सकता है.

Updated on: 25 Jan 2024, 03:01 PM

नई दिल्ली :

बेवजह चुग्ली करना एक व्यक्ति की व्यक्तित्व और मनोबल की समस्या हो सकती है, जिसे "क्रोनिक चिपकन" या "क्रोनिक डाइसिड" कहा जाता है. यह सामाजिक रूप से असहिष्णुता और अभावशीलता का परिणाम हो सकता है. इस स्थिति में, व्यक्ति अक्सर बेवजह और निर्दोष व्यक्तियों को बुरी तरह से आलोचना करता है या उनका अपमान करता है, जिससे उनके बारे में गलत धारणाएँ बनती हैं. यह समस्या मनोवैज्ञानिक चिकित्सा या प्रासादक द्वारा निर्धारित की जा सकती है और उपयुक्त चिकित्सा उपायों के माध्यम से प्रबंधित की जा सकती है. क्रोनिक चिपकन बीमारी का मुख्य कारण व्यक्तित्व की समस्याएं और मनोबल की कमी हो सकती हैं. यह समस्याएं आमतौर पर बचपन में आदान-प्रदान, सामाजिक दबाव, निराशा, या असहिष्णुता के कारण हो सकती हैं. 

बेवजह चुगली करने के कारण

व्यक्तित्व संबंधित कारण: संवेदनशीलता, आत्महत्या का ख़तरा, अस्थिरता, या खुद की अपमानजनक धारणाएं क्रोनिक चिपकन का कारण बन सकती हैं.

परिवार या सामाजिक संबंधों में कमी: संबंधों में तनाव, विशेष रूप से परिवार या दोस्तों के साथ असहिष्णुता या विरोधी अनुभूतियाँ क्रोनिक चिपकन को बढ़ा सकती हैं.

जीवन की घटनाएं:  घातक या आकस्मिक घटनाओं, जैसे कि दुर्घटनाएं, रोग, या परिवार के सदस्यों के नुकसान, क्रोनिक चिपकन का कारण बन सकते हैं.

उपयोगी क्षमता की कमी: स्वास्थ्य समस्याएँ, जैसे कि अपारधिकता, बीमारी, या अन्य शारीरिक समस्याएं, चिपकन का कारण बन सकती हैं.

क्रोनिक चिपकन के कारण कई अनुशासनीय और पर्याप्त चिकित्सा उपचार उपलब्ध हैं, जो व्यक्ति को इस समस्या से निपटने में मदद कर सकते हैं.

क्रोनिक चिपकन का इलाज 

मनोबल समर्थन और परामर्श: मनोबल समर्थन और प्रोफेशनल परामर्श क्रोनिक चिपकन के इलाज का महत्वपूर्ण हिस्सा है. मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर द्वारा एक्सपर्ट सलाह लेना, चुनौतीयों का सामना करने में मदद कर सकता है और सही दिशा में मार्गदर्शन कर सकता है.

चिकित्सा और दवाएं: चिकित्सा और मनोबल स्वास्थ्य के लिए उपयुक्त दवाओं का सही से चयन किया जाता है. इसमें एंटीडिप्रेसेंट्स, एंटीअन्क्साइटीटी मेडिकेशन्स, या अन्य मानसिक स्वास्थ्य और चिकित्सकीय उपाय शामिल हो सकते हैं.

पुनरावलोकन चिकित्सा (काउंसलिंग): मानसिक स्वास्थ्य काउंसलिंग या चिकित्सा आपको अपने भावनाओं और व्यवहार में सुधार करने में मदद कर सकती है.

ध्यान और योग: योग और ध्यान की प्रशिक्षण एक शांत और संतुलित मानसिक स्वास्थ्य की दिशा में मदद कर सकता है. यह मानसिक तनाव को कम करने में सहारा कर सकता है.

स्वास्थ्यपूर्ण आदतें: सही आहार, पर्याप्त नींद, और नियमित शारीरिक गतिविधियां भी मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकती हैं.