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Mumps Disease( Photo Credit : News Nation)
Mumps Disease: मम्स एक वायरल संक्रमण है जो मुँह के अंदरीय भागों को प्रभावित करता है, जैसे कि पारोटिड ग्लैंड्स जो गले के नीचे स्थित होती हैं. इस रोग का कारण मम्स वायरस होता है, जो एडेनोवायरस परिवार का हिस्सा है. मम्स का प्रमुख लक्षण गले में सूजन, जोरदार दर्द, और बुखार होता है. इसके अलावा, आम लक्षण में ठंडा या गर्म लगना, सिरदर्द, और थकावट भी शामिल हो सकती हैं. मम्स वायरस द्वारा प्रासंगिक संपर्क से फैलता है, जैसे कि खासतौर पर किसी संक्रमित व्यक्ति के साथ संपर्क के द्वारा. यह एक लक्षणाधिक रोग है जो समय के साथ बच्चों और युवाओं में होता है, लेकिन यह बड़े लोगों में भी हो सकता है. अधिकांश मामलों में, मम्स अकेले ही ठीक हो जाता है और इसका कोई विशेष उपचार नहीं होता है. इसे कण्ठमाला भी रहा जाता है. कण्ठमाला विषाणु के कारण होता है. यह एक अत्यधिक संक्रामक रोग है जो लार या नाक स्राव के संपर्क में आने से फैलता है.
लक्षण: कण्ठमाला के लक्षण आमतौर पर संक्रमण के संपर्क में आने के 12-25 दिनों के बाद दिखाई देते हैं. इनमें शामिल हैं: बुखार,सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, थकान, भूख न लगना, सूजी हुई लार ग्रंथियां (कण्ठमाला)
कारण: कण्ठमाला विषाणु के कारण कण्ठमाला होता है. यह विषाणु लार और नाक स्राव में मौजूद होता है. संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से यह वायरस हवा में फैल सकता है.
उपचार: कण्ठमाला का कोई इलाज नहीं है. उपचार लक्षणों को दूर करने पर केंद्रित है. आराम, तरल पदार्थ, बुखार और दर्द को कम करने के लिए दवाएं भी ले सकते हैं.
जटिलताएं: कण्ठमाला आमतौर पर एक हल्की बीमारी होती है, लेकिन कुछ मामलों में यह गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकती है, जैसे कि:मस्तिष्क की सूजन (एन्सेफलाइटिस), अंडाशय की सूजन (ओओफोराइटिस), वृषण की सूजन (ऑर्काइटिस), अग्न्याशय की सूजन (अग्नाशयशोथ),
रोकथाम: कण्ठमाला के टीके से कण्ठमाला को रोका जा सकता है. एमएमआर वैक्सीन कण्ठमाला, खसरा और रूबेला से बचाता है. यह टीका आमतौर पर 12-15 महीने की उम्र में दिया जाता है और 4-6 साल की उम्र में एक बूस्टर डोज दिया जाता है. यह किसी भी तरह से चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है. यदि आपको कोई चिकित्सा समस्या है, तो कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें.
Source : News Nation Bureau