आखिर क्या है कोरोना वायरस, जानिए ये कितना है खतरनाक

कोरोना वायरस (Coronavirus) जैसे वायरस की खोज सबसे पहले मध्य पूर्वी देशों में हुई थी. सऊदी अरब में 2012 में सबसे पहले मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (MERS-CoV) वायरस खोजा गया था. यह वायरस Coronavirus के परिवार का पूर्वज है.

कोरोना वायरस (Coronavirus) जैसे वायरस की खोज सबसे पहले मध्य पूर्वी देशों में हुई थी. सऊदी अरब में 2012 में सबसे पहले मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (MERS-CoV) वायरस खोजा गया था. यह वायरस Coronavirus के परिवार का पूर्वज है.

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Vineeta Mandal
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आखिर क्या है कोरोना वायरस, जानिए ये कितना है खतरनाक

China Coronavirus( Photo Credit : (सांकेतिक चित्र))

चीन (China) में खोजे गए कोरो नावायरस (Coronavirus) ने अब अपनी जड़ें अमेरिका तक पहुंचा दी हैं. अमेरिका में भी कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आया है. चीन में अब तक इस वायरस से 6 लोगों की मौत हो चुकी है. अमेरिकी स्वास्थ्य विभाग ने इस बात की पुष्टि की है कि यहां पर भी कोरोना वायरस (Coronavirus) पनप चुका है. वॉशिंगटन के पास रहने वाले 30 वर्षीय युवक में इस वायरस का इंफेक्शन मिला है. बताया जा रहा है कि यह अमेरिकी युवक चीन के वुहान (Wuhan) से लौटा था. वहीं वुहान एयरपोर्ट पर भी कंप्यूटर के जरिए लोगों की स्कैनिंग की जा रही है.

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पूरी दुनिया में अब तक इस वायरस की जद में करीब 450 लोग आ चुके हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) भी इस मसले पर बुधवार को आपातकाल बैठक कर रहा है. आइए आपको बताते हैं कि इस वायरस की शुरुआत कैसे और कहां से हुई? 

कोरोना वायरस (Coronavirus) जैसे वायरस की खोज सबसे पहले मध्य पूर्वी देशों में हुई थी. सऊदी अरब में 2012 में सबसे पहले मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (MERS-CoV) वायरस खोजा गया था. यह वायरस Coronavirus के परिवार का पूर्वज है.

अब तक इतने लोगों की हो चुकी हैं मौत-

2012 से लेकर अब तक MERS-CoV की वजह से मध्य-पूर्व देशों में 800 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. यह वायरस ऊंटों (Camels) के जरिए इंसानों में आया था. इसके बाद 2003 में चीन में ही Coronavirus के परिवार का एक पूर्वज वायरस खोजा गया. इसका नाम था - सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (Severe Acute Respiratory Syndrome - SARS-CoV). SARS-CoV की वजह से साल 2003 में चीन और हॉन्ग कॉन्ग में करीब 650 लोग मारे गए. वैज्ञानिकों ने खोजबीन की तो पता चला कि यह वायरस चमगादड़ों के जरिए इंसानों में पहुंचा.

Coronavirus के सबसे ज्यादा मामले चीन के वुहान में ही सामने आए हैं. इसके बाद से चीन से आने-जाने वाली सभी उड़ानों पर नजर रखी जा रही है. सभी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर विशेष प्रकार की स्कैनिंग की जा रही है.

भारत हुआ सर्तक-

भारतीय हवाईअड्डों पर भी इसकी बारीकी से जांच की जा रही है. दिल्ली, मुंबई और कोलकाता के अलावा चेन्नई, बेंगलुरू, हैदराबाद व कोचीन एयरपोर्ट पर चीन से आने वाले यात्रियों की जांच की जा रही है.

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कोरोना वायरस से चीन में मचा हाहाकार-

चीन के वुहान में कोरोना वायरस (Coronavirus) का पहला केस दिसंबर 2019 में सामने आया था. उसके बाद से सिर्फ चीन में ही यह अबतक 300 लोगों को अपनी चपेट में ले चुकी है. इसकी वजह से करीब 9 लोगों की मौत हो चुकी है.

कोरोना वायरस (Coronavirus) की चपेट में चीन के बीजिंग, गुआंगडोंग प्रांत, दक्षिण कोरिया, शंघाई, ताईवान, जापान, भारत और अमेरिका आ चुके हैं. चीन की एविएशन, पर्यटन और होटल इंडस्ट्री में इस समय भारी गिरावट आई है.

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