Ulatkambal Plant: ये पौधा कर सकता है दमा,खांसी और अस्थमा जैसी बीमारियां ठीक , जानें उल्टकमल के फायदें

Ulatkambal Plant: उलटकंबल पौधा एक प्रकार का सजीव पौधा है जिसकी गायनी पत्तियाँ होती हैं जो पौधे की मुख्य डालियों के उलटने वाले होते हैं. इसका वैज्ञानिक नाम "ग्याया" होता है और इसे "स्पीगे बिकास" के रूप में भी जाना जाता है.

Ulatkambal Plant: उलटकंबल पौधा एक प्रकार का सजीव पौधा है जिसकी गायनी पत्तियाँ होती हैं जो पौधे की मुख्य डालियों के उलटने वाले होते हैं. इसका वैज्ञानिक नाम "ग्याया" होता है और इसे "स्पीगे बिकास" के रूप में भी जाना जाता है.

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Inna Khosla
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Ultakambal plant These five diseases will be cured by its use

Ulatkambal: ( Photo Credit : Social Media)

Ulatkambal Plant: उलटकंबल पौधा एक प्रकार का सजीव पौधा है जिसकी गायनी पत्तियाँ होती हैं जो पौधे की मुख्य डालियों के उलटने वाले होते हैं. इसका वैज्ञानिक नाम "ग्याया" होता है और इसे "स्पीगे बिकास" के रूप में भी जाना जाता है. यह एक बड़े पौधे होते हैं जो प्रायः नवम्बर से जनवरी के बीच में फूलते हैं. इसके पुष्प लाल, पीले या क्रीमी रंग के होते हैं और इसकी सुगंध मिठा होता है. इसके फल भी मिठे होते हैं और प्रायः सितंबर से अक्टूबर में पकते हैं. उलटकंबल पौधे को घास, मिट्टी, और रेती मिट्टी में उगाया जा सकता है और इसकी देखभाल आसान होती है. यह पौधा बगीचों और आम तौर पर अन्य सामान्य उपज के रूप में उपयोग किया जाता है. उलटकंबल (एब्रोमा अगस्टा ) एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जिसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं. यह पारंपरिक रूप से विभिन्न रोगों के इलाज के लिए उपयोग किया जाता रहा है. उलटकंबल में कई यौगिक होते हैं जिनका औषधीय प्रभाव होता है.

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इन यौगिकों में शामिल हैं:

- फ्लेवोनोइड्स

- एल्कलॉइड

- स्टेरॉयड

- टैनिन

इन यौगिकों में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबायोटिक गुण होते हैं. उलटकंबल का उपयोग आमतौर पर हर्बल चाय, टिंचर या कैप्सूल के रूप में किया जाता है. इसका उपयोग सामयिक रूप से क्रीम या मलम के रूप में भी किया जा सकता है. उलटकंबल का उपयोग करने से पहले किसी स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है, खासकर यदि आप गर्भवती हैं, स्तनपान करा रही हैं, या कोई अन्य दवा ले रही हैं.

यहां पांच रोग दिए गए हैं जिनसे उलटकंबल मदद कर सकता है:

दमा: उलटकंबल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो वायुमार्ग में सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं. इससे दमा के लक्षणों में सुधार हो सकता है, जैसे कि सांस लेने में तकलीफ, घरघराहट और सीने में जकड़न.

खांसी: उलटकंबल में एक्सपेक्टोरेंट गुण होते हैं जो बलगम को ढीला करने और खांसी को दूर करने में मदद कर सकते हैं. यह ब्रोंकाइटिस और निमोनिया जैसी स्थितियों के कारण होने वाली खांसी के लिए सहायक हो सकता है.

ब्रोंकाइटिस: उलटकंबल में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीबायोटिक गुण होते हैं जो ब्रोंकाइटिस के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं. ब्रोंकाइटिस वायुमार्ग की सूजन है जो श्वसन संक्रमण, वायु प्रदूषण या धूम्रपान के कारण हो सकती है.

अस्थमा: उलटकंबल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो वायुमार्ग में सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं. इससे अस्थमा के लक्षणों में सुधार हो सकता है, जैसे कि सांस लेने में तकलीफ, घरघराहट और सीने में जकड़न.

गठिया: उलटकंबल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो गठिया के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं. गठिया जोड़ों की एक स्थिति है जो दर्द, सूजन और अकड़न का कारण बन सकती है.

Source : News Nation Bureau

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