अमेरिका के इन दो वैज्ञानिकों को मिला नोबेल पुरस्कार, जानिए किस खोज के लिए मिला सम्मान
मेडिसिन के क्षेत्र में अमेरिकी वैज्ञानिकों डेविड जूलियस और अर्डेम पटापाउटियन को संयुक्त रूप से नोबेल पुरस्कार दिया गया है. उन्हें तापमान और स्पर्श के लिए रिसेप्टर्स की खोज के लिए इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
highlights
- मेडिसिन के क्षेत्र में मिला नोबेल पुरस्कार
- दोनों वैज्ञानिकों को मिला संयुक्त रूप से सम्मान
- तापमान और स्पर्श के लिए रिसेप्टर्स की खोज के लिए सम्मान
नई दिल्ली:
मेडिसिन के क्षेत्र में अमेरिकी वैज्ञानिकों डेविड जूलियस और अर्डेम पटापाउटियन को संयुक्त रूप से नोबेल पुरस्कार दिया गया है. उन्हें तापमान और स्पर्श के लिए रिसेप्टर्स की खोज के लिए इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया. नोबेल विजेताओं की घोषणा सोमवार को नोबेल समिति के महासचिव थॉमस पर्लमैन ने की. नोबेल पुरस्कार हासिल करने वाले वैज्ञानिकों ने दुनिया को बताया कि इंसान का जिस्म सूरज की गर्मी और अपनों को स्पर्श करने पर कैसे महसूस करता है. नोबेल समिति के पैट्रिक अर्नफोर्स ने कहा कि जूलियस ने तंत्रिका सेंसर की पहचान करने के लिए मिर्च में सक्रिय घटक कैप्साइसिन का इस्तेमाल किया, जो त्वचा को गर्मी का जवाब देने की अनुमति देता है.
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उन्होंने कहा कि Patapoutian ने कोशिकाओं में अलग दबाव-संवेदनशील सेंसर पाए गए जो यांत्रिक उत्तेजना का जवाब देते हैं. पर्लमैन ने कहा कि यह वास्तव में कुछ ऐसा है जो हमारे अस्तित्व के लिए महत्वपूर्ण है, इसलिए यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण और गहन खोज है. नोबेल जूरी की तरफ से कहा गया, ‘इस साल के नोबेल पुरस्कार विजेताओं की अभूतपूर्व खोजों ने हमें समझाया है कि कैसे गर्मी, ठंड और यांत्रिक बल तंत्रिका आवेगों को शुरू कर सकते हैं जो हमें दुनिया को समझने और अनुकूलित करने में मदद करते हैं.
BREAKING NEWS:
— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 4, 2021
The 2021 #NobelPrize in Physiology or Medicine has been awarded jointly to David Julius and Ardem Patapoutian “for their discoveries of receptors for temperature and touch.” pic.twitter.com/gB2eL37IV7
यह पुरस्कार इस वर्ष दिया जाने वाला पहला पुरस्कार है. अन्य पुरस्कार भौतिकी, रसायन विज्ञान, साहित्य, शांति और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए दिया जाता है. पिछले साल मेडिसिन का नोबेल प्राइज संयुक्त रूप से तीन वैज्ञानिकों हार्वे जे आल्टर, माइकल ह्यूटन और चार्ल्स एम राइस को मिला था, जिन्होंने लिवर को नुकसान पहुंचाने वाले हेपेटाइटिस सी वायरस की खोज की थी. इस खोज से इस घातक बीमारी का इलाज ढूंढने में मदद मिली थी.
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