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ना सिर्फ सीने में दर्द और तेज दिल की धड़कन, ये भी हैं हार्ट अटैक के लक्षण

ऐसे तो हार्ट अटैक का मेन सिंप्टम सीने में दर्द माना जाता है. जो कि खराब लाइफस्टाइल के चलते ज्यादा देखने में आता है. लेकिन, सिर्फ सीने में दर्द होना ही हार्ट अटैक का लक्षण नहीं होता. बल्कि, इलके अलावा भी रोजाना में होने वाले ऐसी कई प्रॉब्लम्स होती है.

Updated on: 29 Sep 2021, 07:11 AM

नई दिल्ली:

ऐसे तो हार्ट अटैक का मेन सिंप्टम सीने में दर्द माना जाता है. जो कि खराब लाइफस्टाइल के चलते ज्यादा देखने में आता है. लेकिन, सिर्फ सीने में दर्द होना ही हार्ट अटैक का लक्षण नहीं होता. बल्कि, इलके अलावा भी रोजाना में होने वाली ऐसी कई प्रॉब्लम्स होती है. जिन्हें हम नजरअंदाज कर देते हैं. लेकिन, वो भी हार्ट अटैक का ही एक सिंम्पटम होती है. तो चलिए आपको बता देते हैं कि हार्ट अटैक के वो दूसरे रीजन्स क्या हो सकते हैं. जो हमें रोजाना में देखने में आते जरूर हैं. लेकिन, हम उन्हें इग्नोर कर देते हैं. जान लें, ताकि पहले से ही सावधान रहा जा सके. 

                                         

रीजन्स में सबसे पहले आता है भूख कम लगना. भूख कम लगने को आम-सी बात माना जाता है. अक्सर घर पर देखा जाता है कि कभी बच्चों का खाने का मन नहीं है. तो कभी बड़ो का. लेकिन, ये कोई आम बात नहीं है. इसके कारण हार्ट अटैक भी आ सकता है. सुनकर चौंक गए ना पर ये सच है. इंसान के हार्ट फेल की कंडीशन तब खराब होने लगती है. जब उसे भूख कम लगने लगती है. दिल की धड़कने भी तेजी से धड़कना शुरू हो जाती है. लेकिन, अक्सर होता यही है कि हम इन सिंप्टम्स को नजरअंदाज कर देते हैं. लेकिन, बता दें, इसे हल्के में ना लें क्योंकि ये हार्ट फेल से पहले का संकेत है. इसका ध्यान रखें. 

                                         

वहीं बॉडी पर सूजन आना भी इसी प्रॉब्लम का एक कारण माना जाता है. अगर किसी के पैर, पंजे या एड़ी में सूजन की प्रॉब्लम बढ़ रही है. तो ये एक सीरियस प्रॉब्लम हो सकती है. डॉक्टर्स का कहना भी यही है कि अक्सर जब हार्ट बल्ड को ठीक से पंप नहीं कर पाता है तो हाथों और पैरों में सूजन बढ़ने लगती है. सिर्फ हाथ और पैर ही नहीं बल्कि शोल्डर्स (shoulders) और कमर के दर्द को भी हल्के में ना लें क्योंकि हार्ट अटैक से पहले ही हार्ट प्रॉब्लम से सफर कर रहे लोगों में ये सिप्टम्स दिखने लगते हैं. 

                                         

इसी लिस्ट में सांस फूलना भी एक बड़ी दिक्कत है. ज्यादा मेहनत करने पर किसी को भी सांस लेने में दिक्कत हो सकती है. लेकिन, कई लोगों को सीढ़ियां चढ़ते हुए, उठते-बैठते हुए भी सांस लेने में दिक्कत महसूस होती है. ऐसे में इस प्रॉब्लम को इग्नोर ना करें. ये एक शुरूआती चेतावनी हो सकती है. इसे एनजाइना (Angina) के बराबर माना जाता है. ये चेस्ट पेन के बाद दूसरा सबसे बड़ा सिंप्टम होता है. जिसे अनदेखा नहीं किया जा सकता.

                                       

कई लोगों में उल्टी और मतली के सिंप्टम्स भी देखने को मिलते हैं. वैसे तो ये नॉर्मल बुखार में भी देखे जाते हैं. साथ ही कई दूसरी बीमारियों में भी उल्टी होना आम बात है. लेकिन, इन्हें सामान्य लक्षण मानकर नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. ये भी हार्ट अटैक के सिंप्टम्स में से एक है. अगर मतली या उल्टी के साथ चेस्ट में किसी भी तरह की और दिक्कत देखने को मिलती है तो वो भी हार्ट अटैक का सिंप्टम हो सकता है.