logo-image

ठीक हुईं केन्या के पूर्व पीएम की बेटी की आंखें, Ayurveda पर PM Modi से मांगी मदद

आर्युवेद (Ayurveda) भारत देश की धरोहर है. जिसका इस्तेमाल करके एक समय पर लोगों का इलाज किया जाता था. इस बीच हाल ही में एक मामला सामने आया है, जहां केन्या के पूर्व पीएम की बेटी की आंखें आयुर्वेद के जरिए ठीक हो गई हैं.

Updated on: 15 Feb 2022, 02:29 PM

नई दिल्ली:

आर्युवेद (Ayurveda) भारत देश की धरोहर है. जिसका इस्तेमाल करके एक समय पर लोगों का इलाज किया जाता था. हालांकि, ये चिकित्सा धीरे-धीरे लोगों के बीच से गायब होती जा रही है. लेकिन इस बीच हाल ही में एक मामला सामने आया है. जिससे ये साबित होता है कि आयुर्वेद तमाम चिकित्सकीय तरीकों का गुरू है. ऐसा हम नहीं कह रहे, बल्कि हालिया मामला कहता है. जहां आयुर्वेद की मदद से बाहर देश से आए केन्या के पूर्व प्रधानमंत्री (Raila Amolo Odinga) की बेटी की आंखें ठीक हो गई. जिसके बाद से ये मामला लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है. 

बता दें कि केन्या के पूर्व प्रधानमंत्री रैला अमोलो (Raila Amolo Odinga) ओडिंगा बीते 7 फरवरी से अपनी बेटी की आंखों के इलाज के लिए केरल आए हुए हैं. जहां उनकी बेटी रोजमेरी ओडिंगा का केरल के कोच्चि में स्थित अस्पताल में इलाज चल रहा है. आर्युवेद चिकित्सा के जरिए उनकी बेटी के देखने की क्षमता मे सुधार हुआ है. जिसको देखते हुए केन्या के पूर्व पीएम ने अस्पताल का धन्यवाद जताया है. 

पूर्व पीएम ओडिंगा (Raila Amolo Odinga) का कहना है कि उनकी बेटी की देखने की क्षमता को देख उनका पूरा परिवार चकित रह गया है. उन्हें खुशी है कि इन पारंपरिक उपायों के जरिए उनकी बेटी ने अपनी आंखों की रोशनी वापस पा ली. जिसके बाद ओडिंगा कहते हैं कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी (PM Narendra Modi) से मुलाकात की है. साथ ही वे आर्युवैदिक चिकित्सा दृष्टिकोण को अफ्रीका में ले जाने की संभावनाओं को तलाश रहे हैं. बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी के साथ पूर्व पीएम ओडिंगा के मुलाकात की तस्वीर भी सामने आई थी. 

जानकारी के मुताबिक, ओडिंगा (Raila Amolo Odinga) की बेटी ने साल 2017 में ऑप्टिव नर्व डिजीज के चलते अपनी आंखों की रोशनी खो दी थी. जिसके बाद उनका इलाज दक्षिण अफ्रीका, इजराइल और चीन जैसे देशों में करवाया गया. हालांकि, इस दौरान किसी तरह का सुधार नहीं हुआ. जिसका बाद पूर्व पीएम ओडिंगा को केरल के आर्युवेदिक चिकित्सा संस्कृति के बारे में पता चला. फिर क्या था वो 2019 में अपनी बेटी के साथ भारत आए और कूथट्टुकुलम के श्रीधरीयम आयुर्वेदिक नेत्र अस्पताल और अनुसंधान केंद्र में बेटी की आंखों का इलाज शुरू करवाया. जिसके बाद अब उनकी बेटी देखने में सक्षम है.