कोरोना काल में बुजुर्गों का इस तरह से रखें ख्याल, खान-पान का रखें विशेष ध्यान
बुजुर्गों की इम्यूनिटी अधिक कमजोर होती है ऐसे में वे आसानी से संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं. आज हम आपको बताने वाले हैं कि कोरोना के इस बुरे दौर में बुजुर्गों का किस तरह ख्याल (Take Care) रखा जाए.
highlights
- बुजुर्गों को इस वक्त घर ने बाहर नहीं निकलने दें
- घर का माहौल सकारात्मक बनाकर रखें
- कोरोनाकाल में खान-पान का विशेष ध्यान रखें
नई दिल्ली:
देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर से हाहाकार मचा हुआ है. पिछले 24 घंटे में 4 लाख से ज्यादा नए मरीज सामने आए हैं. तेजी से बढ़ते संक्रमण के बीच डबल म्यूटेंट वायरस और अब ट्रिपल म्यूटेंट चर्चा में है. ऐसे माहौल में खुद को सुरक्षित रखना हर किसी के लिए चैलेंज बना हुआ है. यह चैलेंज उन बुजुर्गों (Elderly Citizens) के लिए अधिक मुश्किलों भरा है जो शारीरिक रूप से कमजोर हो चुके हैं औेर अपनी सुरक्षा के लिए पूरी तरह दूसरों पर निर्भर हैं. बुजुर्गों की इम्यूनिटी अधिक कमजोर होती है ऐसे में वे आसानी से संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं. आज हम आपको बताने वाले हैं कि कोरोना के इस बुरे दौर में बुजुर्गों का किस तरह ख्याल (Take Care) रखा जाए.
ये भी पढ़ें- स्पूतनिक लाइट : आ गई सिंगल डोज वाली कोरोना वैक्सीन, 80 फीसदी तक प्रभावी होने का दावा
घर से बाहर नहीं निकले
इस महामारी पर लगाम लगाने के लिए कई राज्यों ने एक बार फिर से लॉकडाउन लगा दिया है. लॉकडाउन के दौरान लोगों को घरों में ही रहने की सलाह दी गई है. जितना हो सके 60 साल के ऊपर वाले व्यक्ति घर में ही रहें. वे व्यायाम, वॉकिंग आदि के लिए बाहर जाने की बजाए घर पर ही करें.
हाइजेनिक होने की आदत डालें
कोरोना से बचने के लिए भारत सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के हिसाब से साबुन से बार-बार हाथ अच्छी तरह से धोएं. घर को हमेशा साफ रखें. घर के बुजुर्ग जिस कमरे में रहते हों, उसे विशेष तौर पर साफ रखें. इसके अलावा बाहर से घर के अंदर आनी वाली सब्जी-फल को अच्छी तरह से धोकर ही इस्तेमाल करें.
घर पर अच्छा माहौल बनाएं
टीवी पर लगातार खबरें देखकर बुजुर्गों में तनाव बन सकता है जिसका असर उनकी मानसिक स्थिति और सेहत पर पड़ सकता है. इसलिए जहां तक हो सके घर पर सकारात्मक बातें करें और अच्छी बातों पर चर्चा करें. ऐसा करने से घर के बुजुर्गों के साथ साथ बच्चे और युवा भी स्ट्रेस से बचे रहेंगे.
ये भी पढ़ें- कोविड की तीसरी लहर में बच्चों पर असर संभव, बीएमसी ने शुरू की तैयारियां
फोन पर संपर्क बनाए रहें
अगर आपके माता पिता या परिवार के बुजुर्ग आपके साथ नहीं रहते हों तो हर दिन बात करते रहें. उनकी जरूरतों को पूछें और हर संभव उनको महसूस कराएं कि वे सुरक्षित हैं. आप अपने आस पास के बुजुर्गों से भी फोन पर हाल चाल लेते रहें. इससे उनमें अकेलापन नहीं आएगा और उन्हें महसूस होगा कि लोग उनकी परवाह करते हैं.
खान-पान का विशेष ध्यान रखें
कोरोनाकाल में बुजुर्गों के खान-पान का विशेष ध्यान रखें. उनके आहार में फल, दूध, अंडा और हरी साग सब्जियां, सूप आदि को शामिल करें. उन्हें हर 2 घंटे के अंतराल के बाद कुछ खाने को जरूर दें.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Chanakya Niti: चाणक्य नीति क्या है, ग्रंथ में लिखी ये बातें गांठ बांध लें, कभी नहीं होंगे परेशान
-
Budhwar Ganesh Puja: नौकरी में आ रही है परेशानी, तो बुधवार के दिन इस तरह करें गणेश जी की पूजा
-
Sapne Mein Golgappe Khana: क्या आप सपने में खा रहे थे गोलगप्पे, इसका मतलब जानकर हो जाएंगे हैरान
-
Budhwar Ke Upay: बुधवार के दिन जरूर करें लाल किताब के ये टोटके, हर बाधा होगी दूर