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Blurred Vision: सर्दियों में आंखों में धुंधलापन की समस्या सताए, ये हैं इसके लक्षण और बचाव के उपाय

सर्दियों में हेल्थ प्रॉब्लम्स लगी ही रहती है फिर चाहे वो सूजन की हो या हाथ-पैरों में दर्द की हो लेकिन, इस मौसम में आंखों में धुंधलेपन की समस्या भी काफी होती है. ये सिर्फ नजर कमजोर की वजह से नहीं होती बल्कि इसके और भी कई कारण है.

Updated on: 18 Dec 2021, 12:15 PM

नई दिल्ली:

सर्दियों में छोटी-छोटी दिक्कतों का होना लाजमी है. जैसे सूजन, हाथ-पैरों में दर्द वगैराह. वैसे ही एक दिक्कत आंखों को भी होती है. इस मौसम में आंखों में धुंधलेपन (blurred vision) की प्रॉब्लम सबसे ज्यादा बढ़ने लगती है. लोग ये सोचकर इसे नजरअंदाज कर देते है कि ये कोहरे की वजह से हो रहा है. या फिर आई-साइट वीक हो रही है. लेकिन, ऐसा नहीं है इस प्रॉब्लम के बहुत से कारण होते है. जिन पर हम वक्त रहते ध्यान नहीं देते है. इस वजह से ये प्रॉब्लम्स (what causes blurred vision) बढ़ने लगती है. तो चलिए, आपको बता देते हैं कि आंखों में धुंधलेपन से कौन-कौन सी प्रॉब्लम्स बढ़ने लगती है. 

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वैसे तो धुंधला दिखने के कई सिंप्टम्स (blurred vision symptoms) हो सकते है. जैसे कि आई साइट का वीक होना उनका रेड हो जाना, लगातार दर्द बने रहने जैसी प्रॉब्लम्स. लेकिन, वहीं इसके दूसरे कारणों में ये भी शामिल है. 

आंखों में खिंचाव 
आंखों में खिंचाव आई साइट वीक होने या धुंधलेपन की प्रॉब्लम से ही होता है. किसी भी चीज को ज्यादा देर तक देखने से आंखों में खिंचाव की प्रॉब्लम होने लगती है. यहां तक कि कंप्यूटर, मोबाइल फ़ोन वगैराह की स्क्रीन पर ज्यादा देर तक लगातार देखने की वजह से भी ये दिक्कत लोगों में ज्यादातर देखी जाती है. रात को या कम रोशनी में ड्राइविंग या पढने से भी आंखों में खिंचाव हो सकता है. 

हाई बीपी 
हाई बीपी की वजह से भी आंखों में दिक्कतें आने लगती है. हाई ब्लड प्रेशर की प्रॉब्लम फेस कर रहे लोगों में आंखों का धुंधलापन, नजर कमजोर होने जैसी कई प्रॉब्लम्स हो सकती हैं. इससे बचने के लिए रोजाना दवाएं लेना और मेडिकल एडवाइस लेना बहुत जरूरी है. 

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माइग्रेन 
माइग्रेन सिरदर्द की भयानक कंडीशन मानी जाती है. माइग्रेन की वजह से आंखों पर बहुत फर्क पड़ता है. माइग्रेन में जो सिर दर्द होता है. इसकी वजह से सिर्फ सिर दर्द ही नहीं आंखों से जुड़ी प्रॉब्लम्स भी शुरू हो जाती है. जिसमें आंखों में धुंधलापन और कम दिखाई देने जैसी प्रॉब्लम्स शामिल है. माइग्रेन के दौरान लाइट या चमक से दिक्कत हो सकती है. आंखों के सामने धब्बे या लाइन्स भी नजर आ सकती है.

डायबिटीज 
डायबिटीज की वजह से भी आंखें कमजोर आने लगती है. टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज फेस कर रहे लोगों को डायबिटीज की वजह से रेटिनोपैथी से जूझना पड़ता है. रेटिनोपैथी की वजह से ही बॉडी में ब्लड शुगर की क्वांटिटी बढ़ने की वजह से स्मॉल ब्लड वेसल्स को नुकसान पहुंचता है. जिसकी वजह से आंखों पर बुरा असर होता है.  

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बचाव के उपाय  
1) इंफेक्शन से बचने के लिए लेंस लगाते और उतारते टाइम अपने हाथ जरूर धोएं. 
2) अगर आप लगातार कंप्यूटर पर काम कर रहे हैं या बुक्स पढ़ते है. तो, कुछ मिनट बाद ही अपनी आंखें उनसे हटाकर कहीं और देखें. इससे आंखों को आराम मिलेगा.
3) नींद पूरी न होने से धुंधला दिख सकता है, इसीलिए पूरी नींद लेना जरूरी है. 
4) आखों के लिए फायदेमंद माने जाने वाले एंटी-ऑक्सीडेंट्स, ओमेगा 3 फैटी एसिड और विटामिन वगैराह लें. 
5) अगर आपको टेंशन के कारण धुंधला दिखता है, तो टेंशन कम करने के लिए साइकाइट्रिस्ट से बात करें, योग करें और डॉक्टर से बात करके ही दवाएं लें.