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Symptoms of Asthma: अस्थमा कैसे करती है आपके फेफड़ें को प्रभावित, जानें इसके कारण और उपचार

Symptoms of Asthma: अस्थमा फेफड़ों में वायुमार्ग से जुड़ी बीमारी है, जिसमे श्वास नलियों में सूजन होने से श्वास मार्ग सिकुड़ जाती है. आइए जाने इसके कारण और उपचार

Updated on: 30 Jan 2024, 06:51 PM

नई दिल्ली:

Symptoms of Asthma: अस्थमा एक ऐसी बीमारी है जिसमें फेफड़ों का संक्रमण बढ़ जाता है, जिससे साँस लेने में कठिनाई होती है. यह एक चर्म रोग भी हो सकता है, जिसमें व्यक्ति को धूल या धुएं की अधिकता से एलर्जी होती है. अस्थमा फेफड़ों में वायुमार्ग यानि ब्रॉनकायल टयूब्स को प्रभावित करती है, इसमें श्वसन नलियों में सूजन आ जाती हैं जिससे श्वसन मार्ग सिकुड़ जाता है और वायु और वाष्प आसानी से प्रवेश नहीं कर पाते हैं, जिससे सांस लेने में मुश्किल होती है. अस्थमा के रोगी को सांस लेने में तकलीफ होती है और वह घुटन, खासी या छाती में दर्द की शिकायत करते हैं. इसके शुरुआती लक्षण में छाती और गर्दन में खुजली शामिल हो सकती है. WHO( World Health Orgnisation) के आंकड़े के अनुसार, 2019 में अस्थमा से 20 करोड़ से भी ज्यादा लोगों को प्रभावित हुए, इनमें करीब साढ़े चार लाख लोगों की मौत हो गई.

अस्थमा के कारण

अस्थमा एक ऐसी बीमारी है जिसके कई कारण हो सकते हैं. यह बीमारी आमतौर पर ज्यादातर अनुवांशिक होती है, लेकिन कई बार यह वायरस या किसी प्रकार की एलर्जी से भी हो सकती है.

अनुवांशिक कारण: अस्थमा का एक मुख्य कारण है अनुवांशिकता. यह मतलब है कि अस्थमा का कोई व्यक्ति के परिवार में पहले से हो सकता है. अस्थमा के लक्षण उस समय प्रकट होते हैं जब व्यक्ति किसी धुआं, धूल, या किसी और प्रदूषण का सामना करता है.

वायरल इन्फेक्शन: कई बार, वायरल संक्रमण भी अस्थमा के कारण हो सकते हैं. यह वायरसीय संक्रमण आमतौर पर सर्दी जुकाम के साथ आता है, लेकिन कई बार यह एक व्यक्ति के लिए अस्थमा के उत्पन्न होने का कारण बन सकता है.

एलर्जी कारक: धूल, धुएं, या धूम्रपान की वजह से भी अस्थमा हो सकता है. यह अलर्जी कारक व्यक्ति के फेफड़ों को प्रभावित कर सकते हैं और अस्थमा के लक्षणों को उत्पन्न कर सकते हैं.

नकारात्मक आदतें: धूम्रपान, या किसी और तरह की अन्य नकारात्मक आदतें भी अस्थमा के उत्पन्न होने का कारण बन सकती हैं. इसलिए, यदि आपके पास अस्थमा के लक्षण हैं, तो इन नकारात्मक आदतों को छोड़ने का प्रयास करें.

अस्थमा के कारण कई हो सकते हैं. यह एक आनुवांशिक रोग भी हो सकता है, और इसके अलावा धूल, धुएं, कीटाणु, अथवा अन्य वायरल संक्रमण भी अस्थमा के विकास का कारण बन सकते हैं.

अस्थमा का उपचार

अस्थमा का उपचार दवाओं और नुस्खों की मदद से किया जाता है. इसके अलावा, स्थायी रूप से एलर्जी कारणों से बचाव के लिए विभिन्न उपायों का भी सहारा लिया जा सकता है.

धूम्रपान से परहेज: धूम्रपान अस्थमा के लक्षणों को बढ़ा सकता है, इसलिए इससे बचना चाहिए.

स्वस्थ आहार: ताजा फल और सब्जियाँ, अंडे, दूध, और अदरक जैसे खासी और दमा के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं.

गर्म पानी से भाप: गर्म पानी में कुछ बूंद अदरक के तेल के साथ भाप लेना आराम प्रदान कर सकता है.

योग और ध्यान: प्राणायाम और ध्यान अस्थमा के लक्षणों को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं.

जलने से बचाव: धूप में ज्यादा समय बिताने से बचना चाहिए, और अंधेरे में बेहतरीन वातावरण बनाने के लिए प्रयास करें.

व्यायाम: सामान्य व्यायाम और योगासन अस्थमा के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं.

पानी की पर्याप्त मात्रा: प्रतिदिन कम से कम 8:10 गिलास पानी पीना चाहिए, जो फेफड़ों के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है.

इन घरेलू उपचारों के साथ:साथ, हमेशा डॉक्टर की सलाह लेना और नियमित चेकअप करवाना महत्वपूर्ण है. अस्थमा के संदर्भ में सही उपचार के लिए उचित विशेषज्ञ से परामर्श करना अत्यंत आवश्यक है.