सूरज की रौशनी सिर्फ बाहरी दुनियां के लिए ही नहीं बल्कि आपकी शरीर और सेहत के भी उतनी ही जरूरी है. लेकिन, आजकल के बिगड़े हुए लाइफस्टाइल के कारण लोग सूरज की रौशनी से भी महरूम हो गए हैं. आयुर्वेद और नैचुरोपैथी के अनुसार सुबह की धूप सेहत के लिए अमृत है. सुबह 9 बजे से पहले की धूप शरीर में विटामिन D की कमी को पूरा करने में मदद करती है, जिससे कई बीमारियों के होने की संभावना खत्म हो जाती है.
सूर्य का प्रकाश आपको प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने, पाचन में सुधार, तनाव को कम करने, पूरे दिन ऊर्जावान रहने, रात में अच्छी नींद लेने, त्वचा रोगों को ठीक करने, सूजन को कम करने, रक्त परिसंचरण में सुधार करने आदि में मदद कर सकता है. भारत के अधिकांश हिस्सों में, सूर्य पूरे दिन दिखाई देता है, लेकिन जो लोग सूर्य को दैनिक रूप से नहीं देख सकते (मौसम, स्थान या दिनचर्या के कारण) वे भी इन प्रथाओं का पालन करके सूर्य-एक्सपोजर के समान लाभ प्राप्त कर सकते हैं.
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1. सूर्य-नमस्कार पूर्व की ओर मुख करके करें
सूर्य-नमस्कार का अभ्यास करने से आपकी अग्नि (चयापचय) में सुधार होता है जो भोजन से पोषण के अवशोषण और भोजन को ऊर्जा में बदलने के लिए अनिवार्य है.
2. सूर्य/अग्नि मुद्रा 30 मिनट के लिए
इस मुद्रा का अभ्यास करने से आपको शरीर में अग्नि तत्व को बढ़ाने में मदद मिलती है जिसमें सूर्य के समान गुण होते हैं.
3. सर्केडियन रिदम के बाद
जल्दी उठना और रात 10 बजे तक सो जाना सर्केडियन रिदम का पालन करने का सबसे अच्छा तरीका है.
4. सोते समय गैजेट्स और तेज रोशनी से परहेज करें
रात में गैजेट्स और चमकदार रोशनी से नीली रोशनी के संपर्क में आने से मेलाटोनिन कम हो सकता है और कोर्टिसोल बढ़ सकता है जो आपके सर्कडियन लय को परेशान कर सकता है और हार्मोनल असंतुलन पैदा कर सकता है.
5. सुबह सबसे पहले अदरक के पानी में घूंट-घूंट करके पीएं
यह आपके पेट को उतनी ही गर्माहट प्रदान करता है जो आपका शरीर सूर्य से प्राप्त करता है. 30 दिसंबर, 2022 को पोस्ट की गई मेरी रील में अदरक-पानी बनाने की विधि साझा की गई है.
6. ध्यान
भगवद गीता में इसकी पुष्टि की गई है कि सूर्य का तेज परमपिता परमात्मा से आता है, इसलिए केवल परमात्मा का ध्यान करने से आपको सूर्य के संपर्क में आने के बराबर लाभ मिल सकता है.