दिल्ली और एनसीआर में दो दिन से घना कोहरा छाया हुआ है। यह धुंध 'स्मॉग' है, जो स्मोक और फॉग से मिलकर बना है। स्मॉग खतरनाक गैसों और कोहरे से मिलकर बनता है। इसका बुरा असर आपके स्वास्थ्य पर पड़ सकता है, लेकिन इससे बचने के कई तरीके हैं...
- कोशिश करें कि स्मॉग में बाहर ना निकलें। अगर आप बीमार हैं तो घर के बाहर बिल्कुल ना जाएं।
- सुबह के वक्त काफी स्मॉग होता है। अगर आप बाहर जाना आपकी मजबूरी है तो मास्क जरूर लगाएं।
- सर्दियों में लोग ठंड की वजह से पानी कम पीते हैं। यह खतरनाक साबित हो सकता है। दिनभर में 4 लीटर पानी पिएं।
- बाहर से आने के बाद मुंह को गुनगुने पानी से धोएं।
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- बाहर जाने से पहले पानी जरूर पिएं। इससे शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा सही होगी और कम नुकसान होगा।
स्मॉग से होने वाली समस्याएं
स्मॉग की वजह से खांसी, स्किन संबंधी रोग, नाक, कान, गले और फेफड़े में इंफेक्शन, दमा के रोगियों को अटैक, आंखों में जलन और बाल झड़ने की समस्या हो सकती है।
कैसे बनता है स्मॉग
गाड़ियों और फैक्ट्रियों से निकलने वाले धुएं में मौजूद राख, सल्फर, कार्बन डाई ऑक्साइड और नाइट्रोजन जैसी गैसें जब कोहरे के संपर्क में आती है तो स्मॉग बनता है। गर्मियों में स्मॉग ऊपर चला जाता है, लेकिन ठंड में ऐसा नहीं होता है।
घुएं और धुंध का जहरीला मिश्रण सांस के साथ शरीर के अंदर पहुंचने लगता है, जो काफी खतरनाक है। तेज हवा और बारिश के बाद ही स्मॉग का असर खत्म होता है।
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Source : News Nation Bureau