सनोफी-GSK कोविड वैक्सीन चरण 2 परीक्षण में मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया दिखी
फार्मास्युटिकल दिग्गज सनोफी और ग्लैक्सो स्मिथ क्लाइन (जीएसके) द्वारा विकसित एक कोविड -19 वैक्सीन ने दूसरे चरण के परीक्षण में संक्रामक कोरोनावायरस बीमारी के खिलाफ एंटीबॉडी प्रतिक्रियाओं को बेअसर करने की मजबूत दर दिखाई है.
नई दिल्ली:
फार्मास्युटिकल दिग्गज सनोफी और ग्लैक्सो स्मिथ क्लाइन (जीएसके) द्वारा विकसित एक कोविड -19 वैक्सीन ने दूसरे चरण के परीक्षण में संक्रामक कोरोनावायरस बीमारी के खिलाफ एंटीबॉडी प्रतिक्रियाओं को बेअसर करने की मजबूत दर दिखाई है. दूसरे चरण के परीक्षण में, जिसमें 18 से 95 वर्ष के बीच अमेरिका और होंडुरास के 722 वयस्क स्वयंसेवकों को शामिल किया गया था, ने कोई सुरक्षा चिंता नहीं जताई और सभी आयु समूहों में एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया भी बनाई. इसने दूसरे इंजेक्शन के बाद 95 प्रतिशत से 100 प्रतिशत सेरोकोनवर्जन दिखाया, जबकि एक सिंगल टीके ने पूर्व एसएआरएस-सीओवी-2 संक्रमण वाले लोगों में उच्च न्यूट्रलाइजि़ंग एंटीबॉडी स्तर का उत्पादन किया. इसने बूस्टर शॉट के रूप में विकास के लिए टीके की मजबूत क्षमता का सुझाव दिया.
टीके ने मजबूत न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडी स्तर भी प्राप्त किए जो प्राकृतिक संक्रमण से उत्पन्न लोगों के बराबर थे. उच्च स्तर 18 से 59 वर्ष के बीच के लोगों में देखा गया. सनोफी पाश्चर के कार्यकारी उपाध्यक्ष और वैश्विक प्रमुख थॉमस ट्रायम्फ ने कहा, हमारा चरण 2 डेटा इस चल रहे वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट को संबोधित करने में भूमिका निभाने के लिए इस टीके की क्षमता की पुष्टि करता है, क्योंकि हम जानते हैं कि कई टीकों की आवश्यकता होगी, खास तौर से वेरिएंट उभरना जारी है और प्रभावी और बूस्टर टीकों की आवश्यकता है, जो सामान्य तापमान पर संग्रहीत किए जा सकें.
जीएसके वैक्सीन के अध्यक्ष रोजर कोन्नर ने कहा, ये पॉजिटिव आंकड़े इस प्रोटीन-आधारित सहायक वैक्सीन उम्मीदवार की महामारी के व्यापक संदर्भ में क्षमता को दर्शाते हैं, जिसमें वेरिएंट को संबोधित करने और बूस्टर खुराक प्रदान करने की आवश्यकता शामिल है. फार्मा कंपनियां, अब आने वाले हफ्तों में एक वैश्विक निर्णायक चरण 3 का अध्ययन शुरू करने का लक्ष्य रख रही हैं.
तीसरे चरण के परीक्षण में देशों की एक विस्तृत श्रृंखला से 35,000 से अधिक वयस्क प्रतिभागियों को नामांकित करने की उम्मीद है और यह डी614 (वुहान) और बी1351 (दक्षिण अफ्रीकी) वेरिएंट सहित दो वैक्सीन फॉमूर्लेशन की प्रभावकारिता का आकलन करेगा. फ्रांसीसी फार्मा कंपनी सनोफी और उसके ब्रिटिश समकक्ष जीएसके का लक्ष्य 2021 में एक अरब खुराक तक का उत्पादन करना है.इसके अलावा, कंपनियां विभिन्न प्रकार के फॉमूर्लेशन के साथ बूस्टर अध्ययन करने का भी इरादा रखती हैं जिससे प्रारंभिक टीका प्लेटफॉर्म की परवाह किए बिना एक मजबूत बूस्टर प्रतिक्रिया उत्पन्न करने के लिए टीके की कम खुराक की क्षमता का आकलन किया जा सके.
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