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तेजी से फैल रहा Omicron का नया सब-वैरिएंट, जानें कहां-कहां मिले मामले

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपने साप्ताहिक अपडेट रिपोर्ट्स में कहा कि पिछले महीने एकत्र किए गए सभी कोरोनावायरस नमूनों का 93 प्रतिशत कवर करने वाला ओमिक्रॉन वैरिएंट के कई उप-वंशों हैं.

Updated on: 02 Feb 2022, 03:11 PM

highlights

  • WHO ने दी चेतावनी, कहा-तेजी से फैल रहा इस सब-वैरिएंट के मामले
  • ओमीक्रॉन सब वैरिएंट असली वैरिएंट की तुलना में अधिक संक्रामक
  • इससे पहले ओमीक्रॉन सिर्फ 10 हफ्तों में तेजी से फैला था दुनिया में

नई दिल्ली:

Highly transmissible Omicron sub-variant : विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चेतावनी देते हुए कहा कि कोरोनो वायरस के तेजी से फैलने वाले और तेजी से बदलने वाली ओमीक्रॉन स्ट्रेन का एक सब वैरिएंट अब 57 देशों तक पहुंच चुका है. सबसे चिंता की बात यह है कि कुछ अध्ययनों से संकेत मिला है कि यह ओमीक्रॉन सब वैरिएंट असली वैरिएंट की तुलना में और भी अधिक संक्रामक हो सकता है. इससे पहले ओमीक्रॉन दक्षिणी अफ्रीका में पहली बार पाए जाने के बाद से सिर्फ 10 हफ्तों में तेजी से दुनिया भर में फैला था.

यह भी पढ़ें : WHO की चेतावनी: अभी टला नहीं ओमीक्रॉन का खतरा, प्रतिबंधों को हटाना गलत होगा

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपने साप्ताहिक अपडेट रिपोर्ट्स में कहा कि पिछले महीने एकत्र किए गए सभी कोरोनावायरस नमूनों का 93 प्रतिशत कवर करने वाला ओमिक्रॉन वैरिएंट के कई उप-वंशों (Sub-lineages)हैं. इनमें  BA.1, BA.1.1, BA.2 और BA.3 जैसे सब वैरिएंट शामिल हैं. WHO ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि ओमिक्रॉन के 96 फीसदी मामलों में BA.1 और BA.1.1 की पहचान की गई लेकिन BA.2 से जुड़े मामलों में अब स्पष्ट वृद्धि दिखाई पड़ती है, जो ऑरिजिनल वैरिएंट से हटकर कई अलग-अलग म्यूटेंट काउंट कर रहा है. संगठन ने बताया है कि इस म्यूटेंट में स्पाइक प्रोटीन भी शामिल है जो वायरस की सतह को डॉट करता है और मानव कोशिकाओं में प्रवेश करता है.

सब-वैरिएंट को लेकर किया जा रहा है विस्तृत अध्ययन

डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि BA.2 सब वैरिएंट म्यूटेशन के मामले 57 देशों से GISAID को प्रस्तुत किए गए हैं. WHO ने कहा कि कुछ देशों में, अब इस सब वैरिएंट के मामले कुल संक्रमण के मामलों में आधे से अधिक रिपोर्ट किए जा रहे हैं. डब्ल्यूएचओ ने कहा, कुछ देशों में सब वैरिएंट एकत्र किए गए सभी ओमीक्रॉन सिक्वेंस के आधे से अधिक के लिए जिम्मेदार है. डब्ल्यूएचओ का कहना है कि फिलहाल इसे लेकर पूरी जानकारी नहीं आ पाई है. हालांकि, विस्तृत अध्ययन उनकी विशेषताओं निर्भर करता है.

बीए.2 में बीए.1 की तुलना में विकास दर में मामूली वृद्धि

कोविड-19 पर डब्ल्यूएचओ के शीर्ष विशेषज्ञों में से एक मारिया वान केरखोव ने संवाददाताओं से कहा कि सब वैरिएंट के बारे में जानकारी बहुत सीमित थी, लेकिन कुछ प्रारंभिक आंकड़ों से संकेत मिलता है कि बीए.2 में बीए.1 की तुलना में विकास दर में मामूली वृद्धि हुई है. हाल के कई अध्ययनों ने संकेत दिया है कि BA.2 मूल ओमीक्रॉन की तुलना में अधिक संक्रामक है. ओमीक्रॉन सामान्य तौर पर डेल्टा जैसे पिछले कोरोना वायरस वैरिएंट की तुलना में कम गंभीर बीमारी का कारण बना है. गौरतलब है कि डेल्टा वैरिएंट ने पूरी दुनिया में कहर बरपाया था जिससे लाखों लोगों की जान चली गई. वान केरखोव ने कहा, फिलहाल हमें लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता है कि यह वायरस फैल रहा है और यह विकसित हो रहा है.