logo-image

Ayushman Bharat: लाइन में लगे बगैर झट से आएगा OPD में दिखाने का नंबर; घर बैठे करें ये काम

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (National Health Authority) ने अपनी फ्लैगशिप स्कीम आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (Ayushman Bharat Digital Mission) को नया विस्तार मिल रहा है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने पायलट प्रोजेक्ट के तहत लेडी हार्डिग मेडिकल कॉलेज...

Updated on: 07 Oct 2022, 11:44 AM

highlights

  • आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का विस्तार
  • क्यू-आर कोड के जरिए होगी बुकिंग
  • अभी दिल्ली के दो बड़े अस्पतालों में पायलट प्रोजेक्ट

नई दिल्ली:

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (National Health Authority) ने अपनी फ्लैगशिप स्कीम आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (Ayushman Bharat Digital Mission) को नया विस्तार मिल रहा है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने पायलट प्रोजेक्ट के तहत लेडी हार्डिग मेडिकल कॉलेज (Lady Hardinge Medical College) और श्रीमति सुचेता कृपलानी हॉस्पिटल में नई सेवा के तहत क्यू-आर कोड लगाए हैं. इस प्रोजेक्ट में ओपीडी की बुकिंग अस्पताल पहुंचकर क्यू-आर कोड स्कैन करना है. उसमें जरूरी जानकारियां भरनी हैं और आपका नंबर लग जाएगा. इसके तहत मरीज को अब सीधे अस्पताल आकर लंबे समय तक इंतजार करने की जगह किसी को भी अस्पताल में भेज देना है. क्यू-आर कोड स्कैन करके डिटेल्स भरनी है और अब आपका नंबर लग जाएगा.

लगातार अपडेट होती रहेंगी जानकारियां

इस पायलट प्रोजेक्ट की घोषणा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (Ministry of Health and Family Welfare) ने की है. जिसमें मरीजों की सारी स्थिति की जानकारी पहले से डॉक्टर के पास पहुंची रहेगी. इसके अलावा आपका नंबर कितने बजे और किस डॉक्टर के पास लगा है, इसकी जानकारी मरीज तक पहुंच जाएगी. यही नहीं, अभी कितने मरीजों के बाद और लगभग कितने मिनट में आपको डॉक्टर से मिलना है, ये काउंटडाउन भी चलता रहेगा. हरेक मरीज देखने के बाद ऐप में डाटा अपडेट होता रहेगा.

ये भी पढ़ें: कोच्चि तट के पास पाकिस्तानी नाव से 200 Kg हेरोइन बरामद, छह गिरफ्तार

आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन से जुड़े ऐप का होगा इस्तेमाल

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (Ministry of Health and Family Welfare) ने बताया है कि इस सुविधा का लाभ नए और पुराने दोनों ही तरह के मरीजों को मिलेगा. जानकारियां अगर दोनों पक्षों के पास पहुंची रहेंगी, तो समय कम लगेगा. ऐसे में कम से कम समय में ज्यादा से ज्यादा मरीजों को देखा जा सकेगा. ये क्यू-आर कोड स्कैनिंग सेवा ओटीपी बेस्ड भी रहेगी. इसके लिए फोन पर आभा ऐप, आरोग्य सेतु ऐप या कोई भी एबीडीएम एनेबल ऐप इस्तेमाल किया जा सकेगा. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के सीईओ डॉ आर एस शर्मा ने कहा कि आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का लाभ अधिकतम लोगों को मिल सके, इसलिए ये सेवा प्राथमिक तौर पर शुरु की गई है, जल्द ही इसका विस्तार किया जाएगा.