पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (PM Imran Khan) अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ( President Donald Trump) से सोमवार को मुलाकात की. द्विपक्षीय मुलाकात के दौरान इमरान खान ने एक बार फिर से कश्मीर (Kashmir) मुद्दा उठाया. उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप से कश्मीर मुद्दे पर फिर से मध्यस्था करने की पेशकश की.मीडिया से बातचीत में डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, 'कश्मीर मध्यस्थता के लिए तैयार हूं, चाहता हूं और सक्षम हूं. यह एक जटिल मुद्दा है. यह लंबे समय से चल रहा है.'
हालांकि डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने यहां साफ कर दिया कि अगर दोनों देश( पाकिस्तान और भारत) चाहेंगे तो मैं मध्यस्थता करने के लिए तैयार रहूंगा.
अमेरिका के राष्ट्रपति ने आगे कहा कि भारत इसके लिए तैयार नहीं है. भारत के साथ मेरे अच्छे रिश्ते हैं. बातचीत दोनों देशों की सहमति पर ही होगी. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एक पत्रकार ने कहा कि कश्मीर में 50 दिनों से इंटरनेट, फूड सब बंद है. इस पर ट्रंप बोल पड़े कि ऐसे पत्रकार आप कहां से लाते हैं. इस पर इमरान खान भी झेंप गए.
मुलाकात के दौरान इमरान पड़ोसी देशों की चर्चा कर रहे थे तभी उन्होंने अफगानिस्तान, भारत और ईरान का जिक्र किया. इस पर ट्रंप ने कहा, 'आपका पड़ोसी काफी दोस्ताना है.
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वहीं, डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात के दौरान इमरान खान ने कहा कि भारत बातचीत को तैयार नहीं है. उन्होंने कहा कि यह एक बड़े संकट की शुरुआत है. हम मामले को सुलझाने के लिए अमेरिका की ओर देखते हैं.
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राष्ट्रपति ट्रंप ने आगे कहा कि न्यूयॉर्क में काफी पाकिस्तानी रहते हैं जो काफी अच्छे हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मेरे पीएम मोदी और पीएम इमरान खान दोनों से अच्छे संबंध हैं. कश्मीर पर उन्होंने कहा कि हमेशा समाधान की जगह होती है. मुझे विश्वास है कि दोनों देश मिलकर इसे सुलझा लेंगे.