विश्व स्वास्थय संगठन (डबल्यूएचओ) ने कहा है कि दुनिया में 90 प्रतिशत से ज्यादा लोग गंदी हवाओं में सांस ले रहे हैं। संगठन ने कहा है कि प्रदूषित हवा में सांस लेने के कारण एक साल में छह लाख से भी ज्यादा लोग मौत के मुंह में समा जाते हैं।
डबल्यूएचओ के स्वास्थ्य और पर्यावरण विभाग के अध्यक्ष मारिया नीरा ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, ''गंदी हवाओं में सांस लेना और हर साल इतनी मौतें हमलोगों को चिंतित करने के लिए काफी है।''
स्वास्थय संबंधी मामलो से जुड़े डबल्यूएचओ के एक विशेषज्ञय ने कहा, ''ऐसा नहीं कि गंदी हवाओं का प्रकोप सिर्फ शहरों में है बल्कि ग्रामीण इलाकों में भी इसका असर साफ-साफ देखने को मिल रहा है।''
रिपोर्ट के अनुसार नीरा ने कहा, ''विकसित देशों के मुकाबले गरीब देश ज्यादा गंदा है।'' हालांकि उन्होंने यह जोड़ना नहीं भूले, ''कोई भी देश और दुनिया का कोई भी हिस्सा ऐसा नहीं है जो वायु प्रदूषण से अछूता हो।''