फेफड़े का सबसे बड़ा 'ह्यूमन इमेज', बना विश्व रिकार्ड

वायु प्रदूषण के कुप्रभावों और स्वास्थ्य पर इसके प्रभाव को लेकर लोगों में जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से लंग केयर फाउंडेशन ने शनिवार को फेफड़े का सबसे बड़ा 'ह्यूमन इमेज' बनाकर विश्व रिकार्ड बनाया।

वायु प्रदूषण के कुप्रभावों और स्वास्थ्य पर इसके प्रभाव को लेकर लोगों में जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से लंग केयर फाउंडेशन ने शनिवार को फेफड़े का सबसे बड़ा 'ह्यूमन इमेज' बनाकर विश्व रिकार्ड बनाया।

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Vineeta Mandal
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फेफड़े का सबसे बड़ा 'ह्यूमन इमेज', बना विश्व रिकार्ड

फेफड़े का सबसे बड़ा 'ह्यूमन इमेज', बना विश्व रिकार्ड (फोटो- एएनआई)

वायु प्रदूषण के कुप्रभावों और स्वास्थ्य पर इसके प्रभाव को लेकर लोगों में जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से लंग केयर फाउंडेशन ने शनिवार को फेफड़े का सबसे बड़ा 'ह्यूमन इमेज' बनाकर विश्व रिकार्ड बनाया। 

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इसमें दिल्ली-एनसीआर के 35 स्कूलों से 5,100 से ज्यादा बच्चों ने हिस्सा लिया। इस इमेज ने इतिहास बनाया है और इसे गिनीज वल्र्ड रिकार्ड के तहत 'सबसे बड़े मानव अंग का ह्यूमन इमेज' बनाने के लिए पुरस्कृत किया गया है।

पांच हजार से ज्यादा स्कूली बच्चों के साथ कोरियोग्राफी की सहायता से लंग फॉर्मेशन कर प्रदूषण का प्रभाव दिखाने के लिए आगे और बदल गया। इसके तहत गुलाबी लंग्स काले रंग में ऐसा बदला कि वापस गुलाबी होना संभव नहीं था।

संस्था की ओर से जारी बयान के अनुसार, इस आयोजन और उपलब्धि की सफलता पर बधाई देते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने जन आंदोलन के रूप में साफ पर्यावरण के लिए काम करने का प्रण लेने वाले सभी बच्चों को शुभकामनाएं दी हैं।

उन्होंने लंग केयर फाउंडेशन द्वारा आयोजित किए जाने वाले 'साफ हवा के लिए संकल्प से सिद्धी कार्यक्रम' पर अपनी खुशी जताई।

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बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'यह जानकर खुशी हुई कि वायु प्रदूषण और फेफड़े की संबद्ध खराबियों के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने के लिए लंग केयर फाउंडेशन अपने अभियान 'आई केयर फॉर लंग्स' को दिल्ली में शुरू कर रहा है। इस अनूठी पहल के आयोजन के लिए बधाइयां, जिससे युवाओं को समर्थन मिलता है और एक ऐसे महत्वपूर्ण विषय पर जागरूकता पैदा करने का काम होता है जो हरेक व्यक्ति को प्रभावित करता है।'

लंग केयर फाउंडेशन के संस्थापक व प्रबंध ट्रस्टी प्रो. अरविन्द कुमार ने कहा, 'लैनसेट कमीशन के अध्ययन के मुताबिक 12 लाख मौतों के साथ भारत में 2015 के दौरान प्रदूषण से संबंधित सबसे ज्यादा मौतें हुईं। हमें यकीन है कि हमारा 'आई केयर फॉर लंग्स' प्रोग्राम सरकार की पहल, 'संकल्प से सिद्धि' के साथ मिलकर देश में बदलाव लाएगा जो देश की अर्थव्यवस्था, नागरिकों, समाज, शासन, सुरक्षा और अन्य वर्टिकल्स की बेहतरी के लिए होगा।'

वायु प्रदूषण जागरूकता कार्यक्रम 'माई सोल्यूशन टू पोल्यूशन, आई केयर फॉर लंग्स' अभियान के तहत, लंग केयर फाउंडेशन ने अलग टचप्वाइंट तैयार किए हैं और दिल्ली-एनसीआर में 7,000 से ज्यादा लोगों को इस अभियान का ब्रांड एंबेसडर बनाया गया है।

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Source : IANS

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