महिलाओं में बढ़ रहा हड्डियों से जुड़ी बीमारी 'ऑस्टियोपोरोसिस' का खतरा, इस तरह करें बचाव
धूप से बचने की प्रवृत्ति, कैल्शियम युक्त आहार के कम सेवन और बढ़ते प्रदूषण के कारण भारत की महिलाओं में हड्डियों को खोखला बना देने वाली खामोश बीमारी 'ऑस्टियोपोरोसिस' का खतरा बढ़ रहा है.
नई दिल्ली:
धूप से बचने की प्रवृत्ति, कैल्शियम युक्त आहार के कम सेवन और बढ़ते प्रदूषण के कारण भारत की महिलाओं में हड्डियों को खोखला बना देने वाली खामोश बीमारी 'ऑस्टियोपोरोसिस' का खतरा बढ़ रहा है. कम उम्र की लड़कियों, किशोरियों, गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली महिलाओं और रजोनिवृत्त महिलाओं में आदतन कैल्शियम का सेवन कम होता है, जो ओस्टियोपोरोसिस का मुख्य कारण है.
आर्थराइटिस केयर फाउंडेशन (एएफसी) के अध्यक्ष और इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के वरिष्ठ आर्थोपेडिक सर्जन डॉ. राजू वैश्य का कहना है कि भारतीयों में जीवन प्रत्याशा बढ़ने के साथ-साथ महिलाओं में विटामिन-डी की कमी का प्रकोप भी बढ़ रहा है. विटामिन-डी की कमी की व्यापक समस्या के साथ-साथ कम मात्रा में कैल्शियम के सेवन, ओस्टियोपोरोसिस के बारे में बहुत कम जागरूकता और भारतीय महिलाओं में ओस्टियोपोरोसिस की पहचान में दिक्कत जैसे कारणों से महिलाओं में ओस्टियोपोरोसिस एक प्रमुख स्वास्थ्य समस्या बन गई है.
उन्होंने कहा कि इस बीमारी में हड्डियां इस हद तक कमजोर हो जाती हैं कि हल्का झटका लगने, गिर जाने और यहां तक कि छींकने और खांसने से भी फ्रैक्चर हो सकता है. हालांकि यह स्थिति अचानक उत्पन्न नहीं होती है, बल्कि उम्र बढ़ने के साथ विकसित होती है और तेजी से बढ़ती है.
और पढ़ें: रोजाना एक घंटा कसरत करने से डिप्रेशन रहेगा दूर, जानें फायदे
डॉ. राजू वैश्य ने कहा, 'हमारे पास आने वाले 100 वृद्ध लोगों में 30 प्रतिशत लोग ऑस्टियोपोरोसिस से पीड़ित होते हैं. हमारे आर्थराइटिस केयर फाउंडेशन की ओर से आयोजित होने वाले मेडिकल कैम्पों में आने वाले अब हम 35-40 साल की उम्र के युवा लोगों में भी बोन मिनरल डेंसिटी कम पायी जाती है जिसके कारण उनमें ऑस्टियोपोरोसिस होने का खतरा अधिक होता है.'
उन्होंने कहा, 'युवा लोग आधुनिक जीवनशैली, निष्क्रिय रहने की आदत, शराब और तंबाकू का सेवन, धूम्रपान, अधिक कैलोरी और जंक फूड का सेवन जैसी शहरी खान-पान की आदतें, भोजन में मिलावट और कम उम्र में मधुमेह रोग और मधुमेह मेलिटस विकसित होने की वजह से इस बीमारी के प्रति अधिक संवेदनशील हो रहे हैं.'
और पढ़ें: अगर आपकी उम्र 25 से 35 साल के बीच है तो ये खबर आपके लिए जरूरी है
उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, भारत में लगभग 80 प्रतिशत महिलाएं यानी कि हर चार में से तीन से अधिक महिलाएं ऑस्टियोपोरोसिस से पीड़ित होती हैं और 50 वर्ष से अधिक उम्र की और रजोनिवृत्त हो चुकी महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा अधिक होता है.
हड्डी और मानव कंकाल प्रणाली को मजबूत करने में पर्याप्त और स्वस्थ आहार महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. स्वस्थ आहार और सक्रिय जीवनशैली का पालन करके ऑस्टियोपोरोसिस से बचा जा सकता है.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
-
DC vs RR : दिल्ली ने डोनोवन फरेरा-गुलबदीन को दिया डेब्यू का मौका, राजस्थान की प्लेइंग11 में 2 बदलाव
-
DC vs RR Dream11 Prediction : दिल्ली और राजस्थान के मैच में ये हो सकती है ड्रीम11 टीम, इन्हें चुनें कप्तान
-
MI vs SRH : पापा को सपोर्ट करने स्टेडियम पहुंचे जूनियर बुमराह, बेटे अंगद की पहली फोटो हुई वायरल
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Mishri Ke Upay: चमत्कारी है धागे वाली मिश्री का ये उपाय, बरसने लगेगी देवी लक्ष्मी की कृपा
-
Remove Negative Energy: नकारात्मक ऊर्जा से हैं परेशान, पानी में ये डालकर करें स्नान
-
Shani Jayanti 2024: शनि जयंती के दिन इस तरह करें शनिदेव की पूजा, आर्थिक संकट होगा दूर
-
Mulank 7 Numerology 2024: मई में इस मूलांक के लोगों को मिलने वाले हैं कई नए अवसर, हो जाएं तैयार