केरल: मंकीपॉक्स का तीसरा केस, स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने की पुष्टि

केरल में ही मंकीपॉक्स का तीसरा केस भी सामने आया है. ये मामला यूएई से आए 35 साल के युवक में मिला है, जो मलप्पुरम का रहने वाला है. केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने बताया कि मलप्पुरम का रहने वाला युवक छह जुलाई को अपने गृह राज्य लौटा था...

केरल में ही मंकीपॉक्स का तीसरा केस भी सामने आया है. ये मामला यूएई से आए 35 साल के युवक में मिला है, जो मलप्पुरम का रहने वाला है. केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने बताया कि मलप्पुरम का रहने वाला युवक छह जुलाई को अपने गृह राज्य लौटा था...

author-image
Shravan Shukla
New Update
Monkeypox

monkeypox( Photo Credit : File/News Nation)

केरल में ही मंकीपॉक्स का तीसरा केस भी सामने आया है. ये मामला यूएई से आए 35 साल के युवक में मिला है, जो मलप्पुरम का रहने वाला है. केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने बताया कि मलप्पुरम का रहने वाला युवक छह जुलाई को अपने गृह राज्य लौटा था और उसका तिरुवनंतपुरम के मंजेरी मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है. जॉर्ज के मुताबिक, युवक की हालत स्थिर है. उन्होंने बताया कि संक्रमित के संपर्क में रहे लोगों पर करीबी नजर रखी जा रही है. देश में मंकीमॉक्स के दो और मामले सामने आ चुके हैं और दोनों ही मामले केरल से ही सामने आए थे. 

केरल में एसओपी हुआ जारी

Advertisment

बता दें कि कुछ समय पहले ही केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने एक प्रेस विज्ञप्ति में एसओपी का विवरण दिया था, जिसका पालन सभी निजी तथा सरकारी अस्पतालों को करना होगा. उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति जिसने पिछले 21 दिनों में उस देश की यात्रा की है, जहां मंकीपॉक्स के मामले सामने आए हैं. उनके शरीर पर अगर लाल धब्बे दिखें या उनमें सिरदर्द, शरीर में दर्द या बुखार जैसे अन्य लक्षण हों तो वे संदिग्ध वायरस से संक्रमित हो सकते हैं. स्वास्थ्य विभाग की एसओपी के अनुसार, मंकीपॉक्स के संदिग्ध और संभावित मरीजों का उचार अलग-अलग होगा और जिला निगरानी अधिकारी (डीएसओ) को तुरंत इस संबंध में सूचना दी जाएगी. राष्ट्रीय विषाणु रोग विज्ञान संस्थान (एनआईवी) द्वारा निर्धारित नियमों के अनुसार नमूने एकत्र किए जाएं और इसे प्रयोगशाला में भेजने के लिए डीएसओ जिम्मेदार होंगे.

ये भी पढ़ें: Sidhu Moosewala की हत्या के बाद लॉरेंस बिश्नोई को आया फोन, मूसेवाला मार दित्ता...

केरल में 14 जुलाई को सामने आया था पहला मामला

बता दें कि केरल में बीते 14 जुलाई को मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आया था. इसकी भी जानकारी राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने दी थी. उन्होंने बताया था कि विदेश से लौटे एक युवक में मंकीपॉक्स के लक्षण दिखने के बाद उसे केरल के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है. युवक को तेज बुखार था और शरीर पर छाले भी थी. मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया था कि जिस युवक में लक्षण दिखे हैं, वो यूएई में एक मंकीपॉक्स संक्रमित युवक के संपर्क में आ गया था. वहीं इसके चार दिन बाद ही बीते 18 जुलाई को केरल में दी मंकीपॉक्स का दूसरा मामला सामने आया था. ये संक्रमित युवक भी दुबई से लौटा था.

HIGHLIGHTS

  • केरल में मंकीपॉक्स का तीसरा मामला आया सामने
  • यूएई से लौटा था मलप्पुरम निवासी 35 वर्षीय युवक
  • केरल सरकार ने जारी की एसओपी
Veena George मंकीपॉक्स monkeypox case Monkeypox
Advertisment