ओमिक्रॉन लहर खत्म हो सकती है जल्दी, फिर भी रखें तैयारी
ओमिक्रॉन की उग्रता के बावजूद देश में इसकी वर्तमान लहर को अवशोषित करने की क्षमता के लिए कई कारक हैं.
highlights
- मास्क किसी भी वेरिएंट के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करते हैं
- सार्वजनिक और प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल में निवेश हो
नई दिल्ली:
देश में कोरोना के बदले वेरिएंट ओमिक्रॉन के मामले जितनी तेजी से आए थे, वे उसी रफ्तार से कम हो सकते हैं, लेकिन हमें पिछले अनुभवों से सीख लेकर अपने स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को मजबूत करना होगा ताकि किसी भी तरह के आकस्मिक स्वास्थ्य संकट का सामना किया जा सके. एक स्वास्थ्य विशेषज्ञ ने यह राय व्यक्त की है. दुनियाभर में उच्च-गुणवत्ता, सस्ती स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच में सुधार के लिए समर्पित एक गैर-लाभकारी संगठन, एक्सेस हेल्थ इंटरनेशनल के कंट्री डायरेक्टर, डॉ. कृष्णा रेड्डी नल्लामल्ला ने बताया कि अनुमान लगाया जा रहा है कि ओमिक्रॉन देशभर में व्यापक रूप से फैल रहा है. मुंबई और दिल्ली जैसे कुछ महानगर भी चरम पर हैं, लेकिन सौभाग्य से हमारी स्वास्थ्य सेवा प्रणाली अब इसके बोझ का सामना नहीं कर रही है.
उनके अनुसार, ओमिक्रॉन की उग्रता के बावजूद देश में इसकी वर्तमान लहर को अवशोषित करने की क्षमता के लिए कई कारक हैं. पिछली दो लहरों ने एक बड़ी आबादी में प्राकृतिक प्रतिरक्षा प्रदान की है, जबकि सुरक्षात्मक एंटीबॉडी 6 महीने के बाद कम हो सकती है, लेकिन टी सेल प्रतिरक्षा अभी भी मध्यम से गंभीर बीमारी के खिलाफ सुरक्षा प्रदान कर सकती है. पात्र आबादी का एक बड़ा हिस्सा टीकों की अनिवार्य दो खुराक ले चुका है. कृष्णा रेड्डी ने कहा, इसलिए टीके और पूर्व संक्रमण कोविड को हल्का बना रहे हैं. यह भी संभव है कि ओमिक्रॉन इसके कई उत्परिवर्तन के कारण, डेल्टा और पहले के वेरिएंट की तुलना में फेफड़े के पैरेन्काइमा में प्रवेश करने में सक्षम नहीं है. सेल-कल्चर और जानवरों पर किए गए प्रयोग उपरोक्त संकेत देते हैं.
यह पूछे जाने पर कि क्या लोगों ने अपने व्यवहार में जिम्मेदार होना सीख लिया है, उन्होंने कहा कि सामाजिक, राजनीतिक और धार्मिक सभाओं को देखते हुए इसकी संभावना कम है. संक्रांति पर्व के लिए उमड़ी भीड़ इस बात का प्रमाण है कि लोगों की याददाश्त कम होती जा रही है. यह मानते हुए कि क्या देश वर्तमान लहर को झेल सकता लेता है और पूर्व-कोविड सामान्य स्थिति वापस आ सकती है तो उन्होंने कहा कि चूंकि दुनियाभर में लाखों लोगों में ओमिक्रॉन संक्रमण हो चुका है. डेल्टा और अन्य प्रकार के वेरिएंट अन्य व्यक्तियों में जीवित रह सकते हैं. उन्होंने कहा कि दुनियाभर में वैक्सीन का विकास तीव्र गति से हो रहा है और नाक तथा मुंह के जरिए लिए जाने वाले टीके संक्रामकता को कम करने के लिए हवा में वायरल लोड को कम कर सकते हैं.
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