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देश में ओमिक्रॉन से तीसरी लहर का बढ़ा खतरा! सरकार तैयारी में जुटी

इस बार इस सेंटर से 3-3 ऑक्सीजन प्लांट भी यहां काम करेंगे, जिससे 250 से 300 बेड्स पर ऑक्सीजन की सप्लाई की जा सकेगी. इसके साथ ही 1000 डी-टाइप सिलिंडर व ऑक्सीजन कंसॉन्ट्रेटर की भी व्यवस्था की गई है.

Updated on: 19 Dec 2021, 03:57 PM

नई दिल्ली:

ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron variant) का खतरा एक बार फिर तीसरी लहर की आशंका पैदा कर रहा है. दूसरी लहर में सबसे ज्यादा दिक्कत अस्पतालों में ऑक्सीजन को लेकर हुई थी. वहीं बेड की कमी भी ना हो इसका भी इस बार ख्याल रखा जा रहा है. इसके लिए अभी सही मेकशिफ्ट अस्पताल तैयार किए जा रहे हैं. दिल्ली सरकार ने पूर्वी दिल्ली जिला प्रशासन को निर्देश देकर  कॉमनवेल्थ विलेज में 500 बेड्स बनाने की तैयारी शुरू कर दी है. अभी करीब 100 बेड्स बनाकर तैयार कर लिए गए हैं. 

वहीं इस बार इस सेंटर से 3-3 ऑक्सीजन प्लांट भी यहां काम करेंगे, जिससे 250 से 300 बेड्स पर ऑक्सीजन की सप्लाई की जा सकेगी. इसके साथ ही 1000 डी-टाइप सिलिंडर व ऑक्सीजन कंसॉन्ट्रेटर की भी व्यवस्था की गई है. इस मेक शिफ्ट अस्पताल के संचालन की जिम्मेदारी संभाल रहे डॉक्टर फ़ॉर यू के अध्यक्ष डॉ. रजत जैन ने कहा कि पूर्वी दिल्ली जिला प्रशासन की मदद से अभी ये पहला सेंटर है, जहां तैयारी शुरू कर दी गई है. इसके अलावा जरूरत पड़ने पर पूर्वी दिल्ली में ही यमुना स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स व इसके अलावा शहनाई बैंक्वेट व बुराड़ी सेंटर को भी तैयार कर लिया जाएगा.

डॉ. जैन ने ये भी बताया कि इस अस्पताल को पहले की तरह बड़े अस्पताल से तो जोड़ा ही जाएगा, लेकिन दूसरी लहर से सबक लेते हुए इस बार यहां ऑक्सीजन की पूरी व्यवस्था की गई है. इसके साथ ही कॉर्पोरेट पार्टनर्स के साथ मिलकर यहां लेबोरेटरी फैसिलिटी भी बनाई जा रही है. वहीं, गंभीर मरीजों को लेने के लिए भी इस हॉस्पिटल में व्यवस्थाएं तैयार की जा रही हैं. यहां पर बाईपाइप वेंटिलेटर की व्यवस्था भी की जा रही है, जिसका बेड्स की तुलना में 20% का रेशियो  होगा. अगर 100 बेड एक्टिवेट किए जाएंगे तो 20 बेड पर बाई पाइप वेंटिलेटर की फैसिलिटी दी जाएगी.

कोविड-19 के टेस्ट की व्यवस्था यहां पर होगी. साथ में कोविड-19 को लेकर जो अलग जरूरत होती है उसकी भी व्यवस्था यहां की जा सके इसका प्रयास किया जाएगा. इस अस्पताल में 25 मरीज पर एक डॉक्टर होगा. अगर कुछ ज्यादा गंभीर मरीज हैं या 15 पर आईसीयू की फैसिलिटी है तो हर 5 मरीज पर एक डॉक्टर की व्यवस्था होगी.