logo-image

अब मार्केट में आई यह नई बीमारी, कोरोना से बचाव में इसे इग्‍नोर न करें

कोरोना वायरस से बचने के लिए आप जिस मास्‍क का प्रयोग कर रहे हैं, गर्मियों में वह मास्‍क एक नई बीमारी को जन्‍म दे रही है, जिसका नाम है मास्‍कने. दरअसल, कोरोना वायरस (Coronavirus) के चलते लोगों को हर तरह से सफाई का ध्यान रखना पड़ रहा है.

Updated on: 16 Aug 2020, 10:17 PM

नई दिल्ली:

कोरोना वायरस (Corona Virus) से बचने के लिए आप जिस मास्‍क (Mask) का प्रयोग कर रहे हैं, गर्मियों में वह मास्‍क एक नई बीमारी को जन्‍म दे रही है, जिसका नाम है मास्‍कने (Maskne). दरअसल, कोरोना वायरस (Coronavirus) के चलते लोगों को हर तरह से सफाई का ध्यान रखना पड़ रहा है. लोगों को घर से बाहर जाने के लिए मास्क (Mask) लगाना पड़ रहा है. अब गर्मी में मास्‍क लगाना कितना मुश्‍किल है, इसे सभी जानते हैं. मास्क पहनने से होने वाली सबसे बड़ी समस्या मास्कने (Maskne) है.

यह भी पढ़ें : Covid-19: भारत में मृत्युदर घटकर 1.93 फीसदी हुई, ठीक हुए 72 फीसदी मरीज

मास्कने क्या है? ये वो मुंहासे हैं, जो नियमित रूप से मास्क लगाने से हो रहे हैं. मास्क का इस्तेमाल नाक और मुंह को ढकने को किया जाता है, लेकिन मास्क के चलते पसीने और तेल के चलते बैक्टीरिया त्वचा के आस-पास जमा हो जाता है और आपको मुंहासे हो जाते हैं. हालांकि इसका मतलब यह नहीं कि आप मास्‍क ही न पहनें. बस आप मास्‍क पहनने के साथ-साथ अपनी त्‍वचा का भी ख्‍याल रखें.

यह भी पढ़ें : कोरोना वैक्सीन बनाने के बाद रूस ने किया अब यह दावा है, बताया कितने समय तक प्रभावी रहेगा टीका

ये सावधानियां बरतें

  • ऐसा मास्क पहनें, जिसमें आपको बहुत अधिक पसीना न आए. इसलिए आप इस्तेमाल करके फेंकने वाले मास्क का प्रयोग कर सकते हैं, ये स्किन इशू को भी रोकते हैं. मल्टीपल लेयर वाले मास्क केवल अधिक बैक्टीरिया ही अपने अंदर स्टोर करेंगे. हालांकि, अगर आप मल्टीलेयर मास्क का इस्तेमाल करते हैं, तो आप उन्हें नियमित रूप से पानी और साबुन से धोएं.
  • त्वचा पर जमा हुए बैक्टीरिया से छुटकारा पाने को दिन में 2 बार मुंह धोएं.
  • ऑयल बेस्ड मॉश्चराइजर की जगह वॉटर बेस्ड मॉश्चराइजर का इस्तेमाल करें.
  • मेकअप को अवॉइड करें.