logo-image

अब गोलगप्पे करेंगे आपकी जिंदगी से तनाव और मोटापे को दूर

चाहे गांव हो या शहर कहीं न कहीं 1 दुकान आपको गोलगप्पे की दिख ही जाएगी. लेकिन गोलगप्पों को भी सीमित मात्रा में खाना चाहिए. सीमित मात्रा में खाया हुआ गोलगप्पा सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है.

Updated on: 18 Feb 2022, 11:24 AM

New Delhi:

गोलगप्पे या फुलकी या पुचका इन सब नामों को सुनकर मुंह में पानी आ जाता है. पानी पूरी खाने से न सिर्फ मुंह का टेस्ट बदल जाता है बल्कि सेहत को कई फायदे मिलते हैं. बड़ा हो या बच्चा हर किसी उम्र के बच्चे को पानी पूरी खाना बहुत पसंद है. चाहे गांव हो या शहर कहीं न कहीं 1 दुकान आपको गोलगप्पे  की दिख ही जाएगी. लेकिन गोलगप्पों को भी सीमित मात्रा में खाना चाहिए. सीमित मात्रा में खाया हुआ गोलगप्पा सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है. अगर आप भी गोलगप्पे के शौक़ीन हैं तो चलिए आज बताते हैं आपके सेहत के लिए कैसे फायदेमंद है गोलगप्पे.  

यह भी पढ़ें- Migraine के दर्द से हैं परेशान ? तो इन Ayurvedic नुस्खों से मिलेगा आराम

1- मोटापा घटाएं- वजन कम करना चाहते हैं तो गोलगप्पा खा सकते हैं. आप सूजी की जगह आटे वाले गोलपप्पे खाएं. बिना मीठा डाले जलजीरा पानी पिएं. सबसे ख़ास बात यह है कि गोगप्पे के साथ इसका पानी भी बहुत फायदेमंद होता है. आप इसमें पुदीना, नींबू, हींग और कच्चा आम का प्रयोग कर सकते हैं. 

2- मुंह के छाले ठीक करे- गोलगप्पे मुंह के चालों से निजात दिलाते हैं. ये बात हैरान करदेने वाली है लेकिन सच है. ऐसा इसलिए क्योंकि मुंह के छालों में गोलगप्पे का पानी फायदा करता है. इसमें मिला जलजीरा और पुदानी छालों को दूर करता है. 

3- एसिडिटी कम करे- जिनको अक्सर एसिडिटी की समस्या रहती है वो गोलगप्पे खा सकते हैं. गोलगप्पे का पानी एसिडिटी से छुटकारा दिलाता है. आटे के गोलगप्पे के साथ जलजीरा में पुदीना, कच्चा आम, काला नमक, कालीमिर्च, पिसा हुआ जीरा और नमक गैस की समस्या को दूर करता है. 

4- जी मचलाए बंद हो जाए- सफर के दौरान अगर आपका जी मचलान आहोता है या उलटी आती है तो आप जीरा जल पी सकते हैं. इससे आपको तुरंत रहत मलेगी. 

5- मूड रिफ्रेश करे- अगर आपका मूड खराब है या चिड़चिड़ाहट महसूस हो रही है तो आप गोलगप्पे खा सकते हैं. आने वाली गर्मियों में आपको गोलगप्पों का ठंडा पानी आराम देगा. गोलगप्पे खाने से मेंटल हेल्थ भी सुधरती है और तनाव कम होता है मूड रिफ्रेश होता है. 

यह भी पढ़ें- स्लीप एपनिया ने ली Bappi Lahiri की जान, जानें इस बीमारी के कारण और लक्षण