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Fasting Benefits: नवरात्रि में 9 दिन व्रत शरीर को देता है जबरदस्त फायदे, सेहत और सवास्थय रहेगा दमदार

Navratri Vrat Benefits: नवरात्रि के उपवास में व्रत का पालन करने से शरीर को पौष्टिक आहार मिलता है और साथ ही स्वास्थ्य को भी लाभ पहुंचता है. इसके साथ ही योग और ध्यान का अभ्यास करने से मस्तिष्क और शारीरिक स्वास्थ्य भी सुधरता है.

Updated on: 10 Apr 2024, 01:50 PM

नई दिल्ली:

Navratri Vrat Benefits: नवरात्रि में 9 दिन का उपवास शरीर के लिए कई तरह से फायदेमंद हो सकता है. नवरात्रि के उपवास धार्मिक त्योहार हैं जो हिन्दू धर्म में मां दुर्गा की पूजा और भक्ति के रूप में मनाए जाते हैं. इस अवसर पर लोग नौ दिनों तक उपवास रखते हैं, जिसमें वे नियमित भोजन से विराम लेते हैं और विशेष आहार का सेवन करते हैं. नवरात्रि के उपवास में लोग अनाज, फल, सब्जियां, दूध, और व्रत के अनुसार बनाई गई विभिन्न व्यंजनों का सेवन करते हैं. उपवासी आहार में अन्यान्य अनुबंधों की भांति नमक, लाल मिर्च, प्याज, और गार्लिक का सेवन नहीं करते हैं. नवरात्रि के उपवास का महत्व धार्मिक और आध्यात्मिक होता है, जो शक्ति के प्रकारों की पूजा और भक्ति में समर्पित होता है. यह उपासना, त्याग, और साधना के माध्यम से मन, शरीर, और आत्मा का पवित्रीकरण करने का अवसर प्रदान करता है. नवरात्रि के उपवास समाज में भाईचारे, सौहार्द, और सामूहिक भक्ति की भावना को बढ़ाते हैं. इसके अलावा, यह स्वस्थ और पौष्टिक आहार का सेवन करने का एक अच्छा अवसर प्रदान करता है और शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है.

1. वजन घटाना: उपवास वजन घटाने का एक प्रभावी तरीका हो सकता है. जब आप उपवास करते हैं, तो आपका शरीर ऊर्जा के लिए वसा जलाना शुरू कर देता है.

2. रक्त शर्करा नियंत्रण: उपवास रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है, जो मधुमेह के रोगियों के लिए फायदेमंद हो सकता है.

3. कोलेस्ट्रॉल का स्तर: उपवास कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है, विशेष रूप से खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) के स्तर को.

4. रक्तचाप: उपवास रक्तचाप को कम करने में मदद कर सकता है.

5. सूजन: उपवास सूजन को कम करने में मदद कर सकता है, जो कई स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़ा हुआ है.

6. मस्तिष्क स्वास्थ्य: उपवास मस्तिष्क स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है और स्मृति और एकाग्रता को बढ़ा सकता है.

7. पाचन स्वास्थ्य: उपवास पाचन तंत्र को आराम देने और पाचन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है.

8. ऊर्जा का स्तर: उपवास ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने में मदद कर सकता है और आपको अधिक सतर्क महसूस करा सकता है.

हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि उपवास सभी के लिए नहीं है. यदि आपको कोई स्वास्थ्य स्थिति है, तो उपवास शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें.

नवरात्रि के उपवास के दौरान, निम्नलिखित सावधानियां बरतना महत्वपूर्ण है:

पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन करें: निर्जलीकरण रक्तचाप को बढ़ा सकता है. इसलिए, दिन भर में पर्याप्त मात्रा में पानी, नारियल पानी, छाछ, जूस, और अन्य तरल पदार्थों का सेवन करें.

स्वस्थ आहार: व्रत के दौरान, फल, सब्जियां, साबुत अनाज, और कम वसा वाले डेयरी उत्पादों जैसे पौष्टिक खाद्य पदार्थों का सेवन करें.

नियमित व्यायाम: नियमित व्यायाम रक्तचाप को कम करने में मदद करता है. व्रत के दौरान, आप हल्के व्यायाम जैसे योग, ध्यान, या टहलना कर सकते हैं.

दवाएं: यदि आप उच्च रक्तचाप के लिए दवाएं ले रहे हैं, तो व्रत के दौरान भी उन्हें लेना जारी रखें. यदि आप अपनी दवाओं के बारे में अनिश्चित हैं, तो अपने डॉक्टर से बात करें.

रक्तचाप की निगरानी: व्रत के दौरान नियमित रूप से अपने रक्तचाप की निगरानी करें. यदि आपका रक्तचाप बहुत अधिक हो जाता है, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें.

व्रत के दौरान रक्तचाप में उतार-चढ़ाव हो सकता है. अगर आपको कोई चिंता है, तो अपने डॉक्टर से बात करें. नवरात्रि के उपवास के दौरान ये टिप्स रक्तचाप को नियंत्रित रखने में मदद कर सकते हैं

तनाव रक्तचाप को बढ़ा सकता है. इसलिए, व्रत के दौरान तनाव कम करने के लिए योग, ध्यान, या गहरी सांस लेने के व्यायाम करें. नींद की कमी रक्तचाप को बढ़ा सकती है. इसलिए, व्रत के दौरान हर रात 7-8 घंटे की नींद लें. धूम्रपान रक्तचाप को बढ़ा सकता है. अगर आप धूम्रपान करते हैं, तो व्रत के दौरान इसे छोड़ने का प्रयास करें.

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