logo-image

कोरोना वायरस के बाद फैली यह रहस्यमयी बीमारी, मौत से पहले होती है खून की उल्टियां

रहस्यमयी बीमरी से तंजानिया में कई मामले सामने आए हैं और अब तक कम से कम 15 लोगों की मौत भी हो चुकी है. वहीं, 50 लोग अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं. बीमारी के सामने आने के बाद सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं और पानी के सैंपल की जांच की जा रही है.

Updated on: 09 Feb 2021, 06:26 PM

highlights

  • इस रहस्यमयी बीमरी से तंजानिया में कई मामले सामने आए हैं
  • ज्यादातर मरीज अल्सर और लिवर की बीमारी से पीड़ित होते हैं
  • रहस्यमयी बीमरी से करीब 15 लोगों की मौत

तंजानिया:

कोरोना वायरस की बीमारी ने पूरी दुनिया को साल 2020 में तबाही के कगार पर लाकर खड़ा कर दिया था. हालात ऐसे हो गए थे कि लोग की इस नई बीमारी का नाम सुनकर डर गए थे. लोगों की चिंताएं कई गुना बढ़ गई थी. कोरोना वायरस की महामारी ने दुनिया के करोड़ों लोगों को अपनी चपेट में ले लिया और लाखों लोगों की मौत हो गई. वहीं, अब ऐसी बीमारी सामने आई है, जिससे लोगों को खून की उल्टियां होने लगती है और कुछ ही घंटे बाद पीड़ित शख्स की मौत हो जाती है. दरअसल, इस नई बीमारी से लोगों में डर का माहौल है. इस रहस्यमयी बीमरी के बारे में किसी को कुछ पता नहीं है.   

रहस्यमयी बीमरी से करीब 15 लोगों की मौत
इस रहस्यमयी बीमरी से तंजानिया में कई मामले सामने आए हैं और अब तक कम से कम 15 लोगों की मौत भी हो चुकी है. वहीं, 50 लोग अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं. बीमारी के सामने आने के बाद सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं और पानी के सैंपल की जांच की जा रही है. बताया जा रहा है कि कुछ मरीजों, जिसमें ज्यादातर पुरुष हैं, की मृत्यु म्बीया क्षेत्र में बीमारी के लक्षण दिखने के कुछ घंटों के भीतर हो गई. ग्रामीण चूनया जिले की चीफ मेडिकल ऑफिसर फेलिस्टा किसांडू ने कहा कि बीमारी की वजह का पता लगाने के लिए एक्सपर्ट की टीम को तैनात किया गया है.

तंजानिया की सरकार काफी सतर्क 
चीफ मेडिकल ऑफिसर फेलिस्टा किसांडू ने कहा कि, अभी यह कई स्थानों पर नहीं फैली है. ऑफिसर ने आगे बताया कि बीमारी की वजह की पहचान अभी तक नहीं की गई है, लेकिन तंजानिया के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसे महामारी बताने से इनकार किया है. बताया जा रहा है कि अभी यह इफुम्बो के सिर्फ एक प्रशासनिक वार्ड में हुआ है, जहां लोग खून की उल्टी करते हैं और अस्पताल ले जाते समय मर जाते हैं. बीमारी के सामने आने के बाद तंजानिया की सरकार भी काफी सतर्क हो गई है. वह इस बीमारी की चपेट में आए मरीजों के खून और स्थानीय पानी के नमूने मांग रही है, ताकि आगे की टेस्टिंग व अन्य जानकारी जुटाई जा सके.

डॉ. फेलिस्टा किसांडू सस्पेंड 
किसांडू ने कहा कि शुरुआती जांच में पता चला है कि ज्यादातर मरीज अल्सर और लिवर की बीमारी से पीड़ित थे. हमने उन्हें अवैध शराब पीने, सिगरेट पीने और दूषित पानी पीने से बचने की सलाह दी है. हालांकि, शनिवार को सामने आए डॉ किसांडू के बयान के बाद देश की स्वास्थ्य मंत्री डोरोथी ग्वाजिका ने सोमवार को उनके निलंबन का आदेश दे दिया. मंत्री का कहना है कि मेडिकल एक्सपर्ट के बयान की वजह से स्थानीय लोगों में अनावश्यक दहशत पैदा हुई है. उन्होंने ऑर्डर देते हुए कहा, लोगों के बीच अनावश्यक रूप से घबराहट पैदा करने के लिए, मैं डॉ. फेलिस्टा किसांडू के इम्प्लोयर को उन्हें सस्पेंड करने और दस दिनों में जांच की रिपोर्ट मुझे सौंपने का आदेश देती हूं.