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कोरोना से लड़ने के लिए और भी टीके विकसित करने की जरूरत, राष्ट्रमंडल बैठक में बोले डॉ हर्षवर्धन

कोरोना से लड़ने के लिए और भी टीके विकसित करने की जरूरत : राष्ट्रमंडल बैठक में डॉ हर्षवर्धन

Updated on: 20 May 2021, 10:16 PM

दिल्ली :

राष्ट्रमंडल स्वास्थ्य मंत्रियों की 33वीं बैठक (33rd Commonwealth Health Ministers Meeting) में भाग लेते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि भारत ने 'वसुधैव कुटुम्बकम' के अपने लंबे समय से विश्वास के अनुरूप अपनी 'वैक्सीन मैत्री' पहल के तहत 90 से अधिक देशों को कोविड 19 के टीके प्रदान किए हैं और आगे भी मदद करते रहेंगे. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि इस दिशा में डब्ल्यूएचओ की नेतृत्व वाली पहल एक महत्वपूर्ण वैश्विक सहयोग साबित हुई है जो विकास, उत्पादन, उपचार और टीकों के उत्पादन में समानता ला रही है.

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि भारत ने 'वासुदेव कुटुम्बकम' के  अनुरूप अपनी 'वैक्सीन मैत्री' पहल के तहत 90 से अधिक देशों को कोविड 19 के टीके दिए हैं. उन्होंने आगे कहा कि महामारी को प्रभावी ढंग से समाप्त करने के लिए कोरोना के अधिक से अधिक टीकों को विकसित करने की आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि एक बार वायरस के खिलाफ सुरक्षित और प्रभावकारी साबित होने के बाद इसे वैश्विक स्तर पर अभियान के रूप में चलाने की आवश्कता होगी.

स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि हमारा राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन प्लेटफॉर्म 'ई-संजीवनी ओपीडी' एक ऐसी उल्लेखनीय पहल है जिसने 14 महीनों की छोटी अवधि में 50 लाख से अधिक परामर्श की सुविधा प्रदान की गई. उन्होंने कहा कि भारत ने सभी को स्वास्थ्य मुहैया कराने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है. हमारे आयुष्मान भारत स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत, हम 50 करोड़ से अधिक लोगों को कवरेज प्रदान कर रहे हैं.