Thyroid Disease: आंखों के जरिये जानें कैसी है आपकी थायराइड की बीमारी
थायराइड रोग एक ऐसी स्थिति है जिसमें थायराइड ग्रंथि ठीक से काम नहीं करती है. थायराइड ग्रंथि गले में स्थित एक छोटी ग्रंथि है जो थायराइड हार्मोन का उत्पादन करती है.
नई दिल्ली:
Thyroid Disease: थायराइड आज के समय में एक बड़ी बीमारी के रूप में उभरी है. इसकी वजह से कई लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लेकन आज हम बताएंगे कि कैसे आप आंखों के जरिए इस बीमारी का पता लगा सकते हैं. इसके लिए आपको कहीं और जाने की जरूरत नहीं है. लेकिन इस बीमारी को बिल्कुल भी अनदेखा न करें. इससे ये बीमारी बढ़ सकती है. वहीं इसमें आंखों के ऊपर सुखापन दिखना. वहीं इसकी वजह से आपको आंखों में चिकनाई दिखाई देना है.
थायराइड रोग एक ऐसी स्थिति है जिसमें थायराइड ग्रंथि ठीक से काम नहीं करती है. थायराइड ग्रंथि गले में स्थित एक छोटी ग्रंथि है जो थायराइड हार्मोन का उत्पादन करती है. थायराइड हार्मोन शरीर के कई कार्यों को नियंत्रित करते हैं, जिसमें चयापचय, हृदय गति और मूड शामिल हैं.
थायराइड रोग के दो मुख्य प्रकार हैं:
हाइपरथायरायडिज्म: यह तब होता है जब थायराइड ग्रंथि बहुत अधिक थायराइड हार्मोन का उत्पादन करती है.
हाइपोथायरायडिज्म: यह तब होता है जब थायराइड ग्रंथि पर्याप्त थायराइड हार्मोन का उत्पादन नहीं करती है.
थायराइड रोग के लक्षण आमतौर पर धीरे-धीरे विकसित होते हैं और हल्के होते हैं.
आंखों में होने वाले कुछ लक्षण:
पलकों में सूजन: हाइपरथायरायडिज्म वाले लोगों में पलकों में सूजन हो सकती है, जिससे उनकी आंखें खुली रह सकती हैं.
आंखों का उभरना: हाइपरथायरायडिज्म वाले लोगों में आंखें आगे की ओर धकेल सकती हैं, जिससे वे उभरी हुई दिख सकती हैं.
दोहरी दृष्टि: हाइपरथायरायडिज्म वाले लोगों को दोहरी दृष्टि हो सकती है.
आंखों में जलन: हाइपोथायरायडिज्म वाले लोगों को आंखों में जलन और खुजली हो सकती है.
आंखों में सूखापन: हाइपोथायरायडिज्म वाले लोगों को आंखों में सूखापन हो सकता है.
यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दे, तो डॉक्टर से मिलना महत्वपूर्ण है.
डॉक्टर निम्नलिखित परीक्षणों का उपयोग करके थायराइड रोग का निदान कर सकते हैं:
रक्त परीक्षण: रक्त परीक्षण थायराइड हार्मोन के स्तर को माप सकते हैं.
अल्ट्रासाउंड: अल्ट्रासाउंड थायराइड ग्रंथि की छवियां बना सकता है.
बायोप्सी: बायोप्सी थायराइड ग्रंथि से ऊतक का एक छोटा सा टुकड़ा निकाल सकती है.
थायराइड रोग का इलाज आमतौर पर दवाओं से किया जाता है.
हाइपरथायरायडिज्म: हाइपरथायरायडिज्म का इलाज दवाओं से किया जाता है जो थायराइड ग्रंथि द्वारा उत्पादित थायराइड हार्मोन की मात्रा को कम करते हैं.
हाइपोथायरायडिज्म: हाइपोथायरायडिज्म का इलाज दवाओं से किया जाता है जो थायराइड हार्मोन को बदलते हैं.
थायराइड रोग का इलाज आमतौर पर प्रभावी होता है और अधिकांश लोग सामान्य जीवन जी सकते हैं.
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